जाति गणना से बिहार के बाहर पढ़ने वाले और काम करने वाले लोगों की मिलेगी जानकारी, 17 बिंदुओं पर भरा जाएगा फॉर्म
दूसरे चरण की गणना के लिए मंगलवार से सभी चार्जों के सहायक चार्ज अधिकारी के साथ-साथ फील्ड ट्रेनर व आइटी सहायक को प्रशिक्षण दिया गया. तारामंडल के समीप अदालतगंज कन्या मध्य विद्यालय में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है.
प्रमोद झा,पटना. जातिगणना में बिहार से बाहर दूसरे राज्यों व विदेश में रह कर पढ़ाई करने वाले व रोजगार की तलाश में बाहर में रह कर काम करने वालों के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी. इससे अंदाजा लगाया जायेगा कि बिहार के बाहर पढ़ाई करने के मद में यहां के लोग कितनी राशि खर्च करते हैं. साथ ही रोजगार की तलाश में बाहर जाने वाले लोगों की परफेक्ट संख्या का पता चलेगा.
जनगणना में इस तरह की पहली बार व्यवस्था
आधिकारिक सूत्र ने बताया कि जनगणना में इस तरह की पहली बार व्यवस्था की गयी है. सामान्य जनगणना में लोगों के मात्र शैक्षणिक स्थिति के बारे में डिटेल भरना होता है. दूसरे चरण की गणना में राज्य के बाहर व विदेश में किस तरह की शिक्षा ग्रहण करते हैं. बाहर में सरकारी या प्राइवेट नौकरी करने के बारे में डिटेल लिया जायेगा.
परिवारों से 17 बिंदुओं पर पूरा डिटेल लेना है
दूसरे चरण में गणनाकर्मियों को सभी परिवारों से 17 बिंदुओं पर पूरा डिटेल लेना है. इसमें परिवार के सदस्य का पूरा नाम, पिता/पति का नाम, परिवार के प्रधान से संबंध, आयु, लिंग, वैवाहिक स्थिति, धर्म, जाति, शैक्षणिक योग्यता, कार्यकलाप, आवासीय स्थिति, अस्थायी प्रवासीय स्थिति, कंप्यूटर/लैपटॉप, मोटरयान, कृषि भूमि, आवासीय भूमि व सभी स्रोतों से मासिक आय की जानकारी ली जायेगी.
सहायक चार्ज अधिकारियों, फील्ड ट्रेनर व आइटी सहायकों को दिया गया प्रशिक्षण
दूसरे चरण की गणना के लिए मंगलवार से सभी चार्जों के सहायक चार्ज अधिकारी के साथ-साथ फील्ड ट्रेनर व आइटी सहायक को प्रशिक्षण दिया गया. तारामंडल के समीप अदालतगंज कन्या मध्य विद्यालय में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है. जिला सांख्यिकी पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि जिले में 45 चार्ज हैं. रिजर्व सहित प्रगणकों की कुल संख्या 14,114 है. पर्यवेक्षकों की संख्या संख्या 2353 है. गणना कर्मियों को 412 फील्ड ट्रेनर्स व 12 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा. प्रशिक्षण 24 मार्च तक चलेगा.
मोबाइल एप पर किया जायेगा लोड
दूसरे चरण का काम मोबाइल एप, गणना प्रपत्रों व पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा. इसलिए गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों और तरीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण स्थल पर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से जानकारी दी जा रही है.आइटी मैनेजर कुणाल झा ने तकनीकी चीजों के बारे में कर्मियों को अवगत कराया. ताकि मोबाइल एप पर लोड करने के समय परेशानी नहीं हो. प्रत्येक बैच में 40 से 50 संख्या में गणनाकर्मियों को प्रशिक्षण मिलेगा.