Bihar Caste Code: जाति गणना के लिए जाति कोड की नयी सूची जारी, जानें कहां होगा इस नंबर का इस्तेमाल

जाति गणना में दर्ज की जाने वाली जातियों की नयी सूची में माड़वाड़ी, अगरिया और खडिया जाति को हटा दिया गया है. सरकार ने जाति कोड की नयी सूची जारी है. 15 अप्रैल से जाति गणना का दूसरा चरण शुरू होने वाला है. प्रगणकों को कहा गया है कि वे कोड के मुताबिक ही जाति दर्ज करें.

By Prabhat Khabar News Desk | April 6, 2023 1:03 AM

पटना. बिहार में 15 अप्रैल से होने वाली जाति गणना को लेकर जातियों के कोड की नयी सूची जारी कर दी गयी है. नयी अपडेट सूची आने के बाद पहले से जारी कई जातियों के कोड के क्रमांक में बदलाव आ गया है. इसके अनुसार अब कायस्थ के लिए गणना कोड 21, कुर्मी – 24, कुशवाहा (कोइरी) -26, ब्राह्मण -126 और भूमिहार -142 हो गया है. इसके अलावा भी दूसरी जातियों की गणना के लिए नया कोड आ गया है.

15 अप्रैल तक सूची में हो सकता है बदलाव

अधिकारियों की मानें तो 15 अप्रैल को गणना शुरू होने से पहले सूची फिर से अपडेट की जा सकती है. अब तक की अपडेट सूची के मुताबिक 1 कोड के अगरिया, 39 के खडिया और 212 कोड के माड़वाड़ी जाति को हटा दिया गया है. वहीं, 179 कोड पर विरजिया और 190 कोड पर सेखड़ा जाति को जोड़ा गया है. पूर्व में अन्य सहित 216 जातियों का कोड था. जबकि, नयी सूची में अन्य सहित 215 कोड रह गये हैं.

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बच्चे के पिता का नाम बताने को महिला बाध्य नहीं

गणना के दौरान अगर कोई महिला अपने बच्चे के पिता नाम नहीं बताना चाहती है, तो गणना कर्मी उसे बाध्य नहीं कर सकते हैं. जानकारी के लिए पड़ोसी या उसी आंगन के किसी व्यक्ति से पूछ सकते हैं. वहीं, दूसरी तरफ गाइडलाइन के अनुसार किसी भी व्यक्ति की जाति उसके पिता के आधार पर तय की जायेगी.

अनसुलझे सवाल
  • गोद लिये हुए बच्चे की जाति कैसे तय होगी?

  • सिंगल मदर के बच्चे की जाति कैसे तय होगी?

  • कोई महिला अपने बच्चे के पिता का नाम नहीं बताती है, तब बच्चे की जाति क्या होगी?

पहले चरण का डेटा भी करा सकते हैं अपडेट

पहले चरण के बाद नये बच्चे और नयी बहू का नाम जोड़ा जा सकता है. यह गणना सीधे पर्यवेक्षक द्वारा की जायेगी. वहीं, यदि प्रथम चरण के भवन संख्या या मकान संख्या में कोई नया परिवार रहने आया हो और कोई नया भवन या नया मकान बन गया हो, तो इसकी गणना की जायेगी. प्रथम चरण का डेटा चार्ज अधिकारी से मिल कर डिलीट किया जायेगा. गणना के दूसरे फेज में कुल 17 प्रश्नों में से 15 प्रश्नों के विकल्प और कोड में ही अंकित किये जायेंगे.

एमबीबीएस को 25 और सीए के लिए 53 नंबर का कोड

जाति गणना में सूबे में रहनेवाले सभी लोगों की शैक्षणिक स्थिति की भी जानकारी जुटायी जायेगी. अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता के लिए 53 तरह के कोड बनाये गये हैं. अनपढ़ के लिए शून्य कोड है, तो सीए का कोड 53 रखा गया है. शैक्षणिक कोड के सहारे यह पता लगाने में सहूलियत होगी कि किसी खास विषय में डिग्रीधारकों की संख्या कितनी है. एमबीबीएस को 25 और सीए के लिए 53 नंबर का कोड, मैट्रिक पास हैं तो दस नंबर का कोड होगा.

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जातियों के कोड को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की सूचनाएं वायरल हो रही हैं. कई लोग मजाक भी बना रहे हैं. दरअसल यह जाति गणना के दौरान एप में दर्ज करने के लिए महज एक नंबर है. इस नंबर का इस्तेमाल किसी जाति की पहचान के लिए नहीं होने वाला है. सभी तरह की गणना में डाटा को फीड करने के लिए एक कोड की जरूरत होती है. यह कोड भी वही है.

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