पीएमसीएच में 3.5 करोड़ की लागत से बना कैथ लैब, दिसंबर से एंजियोग्राफी व पेसमेकर लगाने की मिलेगी सुविधा
पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में कैथलैब स्थापित हो गया है. पीएमसीएच में अब हार्ट के मरीजों को तमाम सर्जिकल इंटरवेंशन की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है. दिसंबर से यहां भी एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर, बीएमबी, सीआरटी, ब्लूनिंग आदि की सुविधा बहाल होने जा रही है.
पटना. पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में कैथलैब स्थापित हो गया है. करीब 3.5 करोड़ की कैथ लैब मशीन जर्मनी से मंगाई गयी है. पीएमसीएच में अब हार्ट के मरीजों को तमाम सर्जिकल इंटरवेंशन की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है. दिसंबर से यहां भी एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर, बीएमबी, सीआरटी, ब्लूनिंग आदि की सुविधा बहाल होने जा रही है. इसके लिए अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग और चार डीएम डिग्रीधारी विशेषज्ञ चिकित्सक भी पहले ही नियुक्त हो चुके हैं. शेष कर्मियों की नियुक्ति होनी है.
अब तक रेफर हो रहे हैं मरीज
अब तक यहां कैथ लैब की सुविधा नहीं होने से हार्ट के मरीजों को किसी तरह की सर्जिकल इंटरवेंशन की जरूरत पड़ने पर अन्य अस्पताल रेफर करना पड़ता है. इस समस्या से अब निजात मिल जाएगी. पीएमसीएच में इसकी व्यवस्था हो जाने पर आईजीआईएमएस और आईजीआईसी पर लोड कम हो जाएगा. अभी यहां से मरीज वहीं रेफर होते थे और मरीजों की भीड़ के कारण इन दोनों अस्पतालों में लंबी कतारें लगी रहती हैं.
सारी सुविधाएं नि:शुल्क देने पर चल रहा विचार
पीएमसीएच में इलाज की सारी सुविधा मुफ्त में मिलती है. हार्ट के मरीजों को भी ये सारी सुविधाएं नि:शुल्क देने पर विचार विमर्श चल रहा है. चिकित्सकों की मानें तो दवा, सर्जरी की सुविधा मुफ्त रहेगी. स्टेंट या पेसमेकर सरकार उपलब्ध कराएगी या मरीज से लिया जाएगा इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेनी होगी.
जानें क्या है कैथलैब
कैथलैब एक ऐसी लैब है जहां हार्ट जांच करने वाली कई मशीनें रहती हैं. कैथलैब में हार्ट के मरीजों को पेसमेकर लगाया जाता है. यहां पर एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी एवं बैलूनी की सुविधा मरीजों को दी जाती है.