ED Raid In Bihar: राजद सुप्रीमो लालू यादव का परिवार इन दिनों जांच एजेंसियों के रडार पर है. लालू यादव के रेल मंत्री रहते जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में लगातार जांच एजेंसियों की दबिश बढ़ ही रही है. ईडी ने पिछले दिनों ताबड़तोड़ छापेमारी की जिससे सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है. लालू यादव के छोटे बेटे सह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक बंगले के कारण जांच की जद में हैं और उनकी मुसीबत इस बंगले की वजह से बढ़ी हुई है. दिल्ली के इस बंगले की कहानी जानिए, आखिर क्यों इस बंगले पर है जांच एजेंसी की नजर…
लालू यादव के बेटे सह बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लिए दिल्ली का एक बंगला मुसीबत की वजह बना हुआ है. यह बंगला है दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का और बंगले का नंबर है डी-1088. चार मंजिले इस बंगले का रजिस्ट्रेशन मैसर्स एबी एक्सपोटर्स प्रा. लि. के नाम पर है. इस कंपनी के लिए ईडी का मानना है कि यह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मालिकाना हक वाली कंपनी है और इसपर नियंत्रण भी उनका ही है.
इस बंगला के लिए कहा जा रहा है कि यह केवल 4 लाख रुपए में ही खरीदा गया था. इसका वर्तमान मूल्य 150 करोड़ रूपया आंका जा रहा है. ईडी को अंदेशा है कि इस संपत्ति को गलत तरीके जुटाए पैसे से खरीदा गया. बयान के अनुसार, तेजस्वी इस बंगले का उपयोग आवास के रूप में करते हैं.
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ईडी के अनुसार, लालू परिवार ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों से पटना में 4 भू-खंड केवल 7.5 लाख रुपए में अवैध तरीके से लिए थे. जिसे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूर्व विधायक अबु दोजाना को 3.5 लाख रुपए में बेच दिया था. इससे जो राशि प्राप्त हुई थी उसका बड़ा हिस्सा तेजस्वी यादव के खाते में ट्रांसफर किया गया था.
वहीं इस छापेमारी का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव डटकर सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे यहां छापे में जांच एजेंसी को ठेंगा मिला है. ईडी की छापेमारी के बाद तेजस्वी यादव पटना लौटे और कहा कि मेरे घर से लेकर मेरी बहनों तक के घरों में छापे पड़े. उनके पहने हुए गहने ही उतरवाए गए, पैसा भी अधिक नहीं मिला है. वहीं भाजपा और केंद्र सरकार के ऊपर उन्होंने हमला बोला.
Published By: Thakur Shaktilochan