सृजन घोटाला बिहार: CBI के रिमांड में अब रजनी प्रिया उगलेगी कई राज, अमित कुमार की मौत की भी सुलझेगी गुत्थी
बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में गिरफ्तार रजनी प्रिया को सीबीआई ने चार दिनों के रिमांड पर लिया है. जहां रजनी प्रिया से अब पूछताछ की जाएगी. रजनी प्रिया सृजन घोटाले से जुड़े कई अहम राज उगल सकती है. वहीं अपने पति अमित कुमार का भी राज अब उगलेगी.
Srijan Scam Bihar: बिहार के भागलपुर में हुए बहुचर्चित सृजन घोटाले की मुख्य आरोपित रजनी प्रिया को रिमांड पर लेकर सीबीआइ पूछताछ करेगी. सोमवार को सीबीआइ की विशेष अदालत ने इसकी अनुमति दे दी. सीबीआइ के विशेष लोक अभियोजक एलआर अंसारी ने सोमवार को सृजन मामले के प्रभारी सीबीआइ जज महेश कुमार की अदालत में आवेदन देकर पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए निवेदन किया था.
17 अगस्त तक का मिला रिमांड
विशेष कोर्ट ने सीबीआइ को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए 14, 15, 16 और 17 अगस्त तक के लिए अनुमति दी है. 18 अगस्त को न्यायालय की कार्यवाही के दौरान रजनी प्रिया को पेश करने का निर्देश दिया गया. सीबीआइ की विशेष अदालत ने रजनी प्रिया को बेऊर जेल भेज दिया था. सृजन घोटाला मामला विशेष वाद संख्या 12/20 जो आरसी केस संख्या 14 (ए)17 से संबंधित है. इसी मामले में सीबीआइ को रजनी प्रिया से पूछताछ करने की अनुमति प्राप्त हुई है. उल्लेखनीय है कि सृजन घोटाले के एक दर्जन मामलों में वह अभियुक्त हैं. सीबीआइ ने रजनी प्रिया को गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के साहिबाबाद क्षेत्र में गिरफ्तार कर शुक्रवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया था. विशेष कोर्ट ने रजनी को प्रिया को 21 अगस्त तक के लिए ज्यूडिसियल कस्टडी में भेज दिया था.
सीबीआइ को कई मामले में थी रजनी की तलाश
रजनी प्रिया (सृजन संस्था की पूर्व सचिव) के खिलाफ दर्ज अपराध संख्या 138/2017, 15ए/2017, 17ए/2017 और विशेष वाद संख्या 12/20 जो आरसी केस संख्या 14 (ए)17 समेत कई मामलों में सीबीआइ को तलाश थी. सीबीआइ न्यायालय से इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. सीबीआइ की विशेष न्यायालय में उपस्थित नहीं हो रही थी.
अमित का राज भी खुलेगा
सीबीआइ द्वारा रिमांड पर ले कर रजनी प्रिया से पूछताछ के बाद उसके पति अमित कुमार का राज भी सामने आयेगा. सीबीआइ के रिकार्ड में अमित कुमार और रजनी प्रिया दोनों फरार थे. अब रजनी प्रिया की गिरफ्तारी के बाद अमित कुमार के जिंदा होने या उसकी मौत हो जाने का खुलासा हो सकेगा.
10 जनवरी और 9 जून, 2023 में कोर्ट ने नोटिस दिया था
सृजन घोटाले की मास्टरमाइंड मनोरमा देवी के निधन के बाद आरोपी बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया की संपत्ति पर 10 जनवरी, 2023 को और 09 जून, 2023 में भी कोर्ट ने नोटिस दिया था. अमित कुमार और रजनी प्रिया दोनों को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन न्यायालय में हाजिर नहीं होने पर सीबीआइ ने उनके पुराने आवास तिलकामांझी स्थित न्यू विक्रमशिला कॉलोनी में उनके तीन मकानों पर नोटिस चिपकायी थी.
सृजन घोटाले के जिस मामले में मुख्य आरोपित रजनी प्रिया को सीबीआइ ने स्पेशल कोर्ट के आदेश पर रिमांड पर लिया है, वह विशेष वाद संख्या 12/20 जो आर सी केस संख्या 14 (ए)/17 से संबंधित है. इसी मामले में सीबीआइ को रजनी प्रिया से पूछताछ करने की अनुमति प्राप्त हुई है. यह मामला जिला नजारत शाखा के बैंक खाते से हुए घोटाले से जुड़ा है और इसी शाखा से घोटाले की शुरुआत हुई थी. जाहिर सी बात है कि सीबीआइ के सवाल इसी शाखा से हुए धनराशि के घोटाले से संबंधित होंगे, जिनसे रजनी प्रिया को गुजरना होगा.
दो बैंकों के खाते से हुआ था घोटाला
जिला नजारत शाखा का बैंक खाता बैंक ऑफ बड़ौदा की आरपी रोड शाखा और इंडियन बैंक की पटल बाबू रोड शाखा में था. घोटालेबाजों पर 221 करोड़ की अवैध निकासी करने का आरोप है. जिला प्रशासन द्वारा 07.08.2017 को तिलकामांझी थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जालसाजीपूर्ण तरीके से तत्कालीन जिलाधिकारी नर्मदेश्वर लाल के फर्जी हस्ताक्षर से 20 करोड़ रुपये की निकासी की गयी. जिस चेक के माध्यम से राशि की निकासी हुई, उस सीरिज के चेक कार्यालय को मिले ही नहीं थे. कुछ चेक पर तत्कालीन डीएम संतोष कुमार मल्ल और विपिन कुमार के हस्ताक्षर पाये गये. लेकिन जब दोनों तत्कालीन डीएम के हस्ताक्षर का मिलान कार्यालय की पंजियों से किया गया, तो प्रथम दृष्टया फर्जी पाया गया था. इन आरोपों को लेकर रजनी प्रिया को सीबीआइ के कई सवालों से गुजरना होगा.
रजनी से पूछे जा सकते हैं ये सवाल
जिला नजारत शाखा के बैंक खाते से हुए घोटाले में रजनी प्रिया से कई सवाल सीबीआइ पूछ सकती है. इस खाते से घोटाले में चेक भी फर्जी लगाये जाने का आरोप है. हस्ताक्षर भी फर्जी तरीके से करने का आरोप है. ऐसे में रजनी प्रिया को यह बताना पड़ सकता है कि हस्ताक्षर करने वाले कौन थे. घोटाला की गयी राशि कहां-कहां वितरित की गयी. कौन-कौन से लोग थे, जिनके रहमोकरम पर घोटाले सृजित होते रहे. रजनी के जवाब पर कई और लोग सीबीआइ जांच की जद में पहुंच सकते हैं.