सीबीआई की टीम पहुंची सहरसा, करोड़ों के गबन मामले में प्रधान डाकघर के अंदर घंटों चली रेड
सीबीआइ की टीम के पहुंचते ही मुख्य डाकधर में हडकंप मंच गया. अधिकारी विभिन्न कागजातों की जांच कर रहे हैं. मंगलवार को भी सीबीआइ की टीम जांच करेगी. पटना से डीएसपी रैंक के अधिकारी समेत तीन लोग जांच के लिए पहुंचे हैं.
सहरसा. हेड पोस्ट ऑफिस सहरसा व हेड पोस्ट ऑफिस सुपौल से हुए लगभग 3.20 करोड़ की राशि के गबन को लेकर सोमवार की शाम सीबीआइ की टीम ने हेड पोस्ट ऑफिस पहुंचकर जांच की. सीबीआइ की टीम के पहुंचते ही मुख्य डाकधर में हडकंप मंच गया. अधिकारी विभिन्न कागजातों की जांच कर रहे हैं. मंगलवार को भी सीबीआइ की टीम जांच करेगी. पटना से डीएसपी रैंक के अधिकारी समेत तीन लोग जांच के लिए पहुंचे हैं.
पोस्ट मास्टर जेनरल की मांग पर शुरू हुई जांच
गबन को लेकर पोस्ट मास्टर जेनरल पटना सर्किल ने पूर्व में इसकी जांच को लेकर सीबीआइ को पत्र भेजा था. उसी के आलोक में यह कार्रवाई की गयी है. गबन की जांच तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल अदनान अहमद द्वारा फरवरी माह में की गयी थी. इसमें 3.20 करोड़ की सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हुआ था. जांच के दौरान सहरसा हेड पोस्ट ऑफिस से 1.90 करोड़ व सुपौल हेड पोस्ट ऑफिस से 1.30 करोड़ की सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हुआ था.
पूर्व में ही 14 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है
गबन के आरोप में तत्कालीन हेड पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर राजेश कुमार सहित 14 कर्मियों को पूर्व में ही निलंबित कर दिया गया था. राजेश कुमार मामले का मुख्य आरोपी व मास्टरमाइंड भी है. राजेश कुमार को मास्टमाइंड मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था. साथ ही उनका सहयोग करनेवाले 14 अन्य कर्मियों को भी निलंबित किया गया था.
पोस्ट मास्टर राजेश कुमार निकला मास्टर माइंड
इसके बाद तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल अदनान अहमद द्वारा फरवरी माह में सीबीआई को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की मांग की गयी थी. अहमद ने पत्र में तब तक हुई जांच और कार्रवाई के सारे विवरण भेजे थे. उन्होंने कहा था कि तीन करोड़ 30 लाख के सरकारी राशि के गबन का मामला अब तक उजागर हुआ है. जिसको लेकर पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर राजेश कुमार को निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके सहयोग के लिए 14 अन्य कर्मियों को भी निलंबित किया गया है.