CBSE Board Exam: कोरोना के बढ़ते केस का असर सीबीएसई 10वीं-12वीं परीक्षा पर, अब ऐसे होंगे प्रैक्टिकल एग्जाम
CBSE Board Exam: सीबीएसइ ने 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा (CBSE Practical Exam) कोरोना गाइडलाइन (Coronavirus Guidelines) के तहत लेने को कहा है. कई राज्यों में कोरोना के केस बढ़ने के कारण सीबीएसइ ने स्कूलों को सतर्क रहने को कहा है. बोर्ड ने कहा कि सतर्कता बरतनी होगी. स्कूल स्टूडेंट्स के अलग-अलग ग्रुप बना कर प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करेंगे.
CBSE Board Exam: सीबीएसइ ने 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा (CBSE Practical Exam) कोरोना गाइडलाइन (Coronavirus Guidelines) के तहत लेने को कहा है. कई राज्यों में कोरोना के केस बढ़ने के कारण सीबीएसइ ने स्कूलों को सतर्क रहने को कहा है. बोर्ड ने कहा कि सतर्कता बरतनी होगी. स्कूल स्टूडेंट्स के अलग-अलग ग्रुप बना कर प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करेंगे.
सीबीएसइ ने स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 25 स्टूडेंट्स का एक बैच को दो सब-ग्रुप में बांट कर प्रैक्टिकल लेने को कहा है, ताकि सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन किया जा सके. स्कूलों से कहा गया है कि वे सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए अपने स्टूडेंट्स के लिए प्रवेश और बाहर निकलने के नियम बनायेंगे.
प्रैक्टिकल के दौरान स्टूडेंट्स को कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान फेस मास्क पहनना, दस्ताने पहनना, सोशल डिस्टैंसिंग बनाये रखना होगा. बोर्ड ने परीक्षार्थियों को अपना खुद का सैनिटाइजर लाने की अनुमति दी है. प्रैक्टिकल व असेसमेंट पूरा होने के तुरंत बाद सही अंक स्कूलों को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा.
CBSE Exam 2021: बोर्ड द्वारा नियुक्त परीक्षक ही लेंगे परीक्षा
सीबीएसइ बोर्ड द्वारा नियुक्त बाहरी परीक्षक द्वारा प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करना स्कूलों के लिए अनिवार्य है. बोर्ड द्वारा नियुक्त शिक्षक के अलावा किसी अन्य द्वारा प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित की जाती है, तो परीक्षा रद्द कर दी जायेगी और छात्रों को थ्योरी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर आनुपातिक अंक दिये जायेंगे.
सीबीएसइ 10वीं और 12वीं की सैद्धांतिक परीक्षा चार मई से 11 जून तक संचालित होगी. राज्यों द्वारा जारी गाइडलाइन को देखते हुए सभी स्कूल प्रैक्टिकल परीक्षा लेंगे. प्रत्येक बैच की प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित होने के बाद स्कूलों को अपनी प्रयोगशालाओं को सैनिटाइज करना होगा.
Posted By: Utpal Kant