सीबीएसई ने 11वीं में एडमिशन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है. 11वीं के एडमिशन में स्ट्रीम सिस्टम (साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स आदि) हटाने का निर्णय लिया है. नयी शिक्षा नीति के तहत यह नियम इसी सत्र 2021-22 से लागू होगा. 10वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद नये क्राइटेरिया को जारी कर दिया गया है. बोर्ड ने 11वीं की एडमिशन प्रक्रिया के बारे में भी गाइडलाइन जारी की है.
बोर्ड की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार अब विषय सेलेक्शन स्टूडेंट्स की इच्छा के अनुसार होगा. मार्क्स और स्ट्रीम की अनिवार्यता इस साल से खत्म की जा रही है. बोर्ड ने कहा है कि 20 जून को दसवीं के परिणाम जारी किये जायेंगे. ठीक उसके बाद एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. अब 11वीं के स्टूडेंट्स विषयों का सेलेक्शन सोच समझकर कर सकते हैं. अब गणित के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री लेने की बाध्यता नहीं होगी.
स्टूडेंट्स गणित के साथ भूगोल या एकाउंट भी पढ़ सकेंगे. या फिर राजनीति विज्ञान के साथ केमिस्ट्री पढ़ सकेंगे. बोर्ड ने साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स व वोकेशनल स्ट्रीम अब तक चलते आ रहे हैं, इसी स्ट्रीम सिस्टम को समाप्त कर दिया गया है. बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे 11वीं में विभिन्न प्रकार के स्ट्रीम सिस्टम से बचें और स्टूडेंट्स को उनकी रुचि और पसंद के हिसाब से विषयों का समूह चुनने की छूट दें.
बोर्ड ने 11वीं में एडमिशन के लिए मैथ्स बेसिक और स्टैंडर्ड का नियम हटा दिया है. सीबीएसइ ने वर्ष 2019 में 10वीं में मैथ्स बेसिक और स्टैंडर्ड दो तरह के विषय शुरू किये थे. बेसिक उनके लिए जो 10वीं के बाद मैथ्स नहीं पढ़ना चाहते. स्टैंडर्ड मैथ्स उनके लिए जो आगे मैथ्स पढ़ना चाहते हैं.
सीबीएसइ क्लास 11 में मैथ्स पढ़ने के लिए जरूरी है कि स्टूडेंट 10वीं में मैथ्स स्टैंडर्ड की पढ़ाई की हो. नहीं तो 11वीं में मैथ्स लेने के लिए बेसिक मैथ्स वालों को कंपार्टमेंट परीक्षा में मैथ्स का एग्जाम देना जरूरी है. लेकिन इस बार ये नियम लागू नहीं होंगे.
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Posted By: Utpal Kant