पटना समेत कई जिलों में सेंट्रल जीएसटी की रेड, बिहार में करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा
टैक्स चोरी को लेकर केंद्रीय एजेंसियों की नजर लगातार बिहार पर बनी हुई है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शनिवार को एक बार फिर बिहार में बड़ी कार्रवाई की है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने पटना समेत बिहार के कई जिलों में एक साथ छापेमारी की है.
पटना. टैक्स चोरी को लेकर केंद्रीय एजेंसियों की नजर लगातार बिहार पर बनी हुई है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शनिवार को एक बार फिर बिहार में बड़ी कार्रवाई की है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने पटना समेत बिहार के कई जिलों में एक साथ छापेमारी की है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने यह छापेमारी पटना के साथ साथ-साथ मुजफ्फरपुर, भागलपुर, सुपौल, दरभंगा समेत कई अन्य जिलों में की है. इस छापेमारी में अब तक करोड़ों के टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है. छापेमारी के अंतिम आंकड़े अभी आने बाकी है.
11 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी सामने आयी
जानकारी के अनुसार सेंट्रल जीएसटी की टीम ने बिहार के वैसे चुनिंदा कंपनियों और कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है, जो लंबे समय से टैक्स की चोरी कर रहे थे. अब तक की कार्रवाई में 11 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी सामने आयी है. पटना की एक कंपनी में सबसे अधिक 6 करोड़ की टैक्स चोरी का पता चला है. जीएसटी की टीम अभी जांच कर रही है. सेंट्रल जीएसटी की टीम ने टैक्स नहीं जमा करने वाले दो दर्जन से अधिक कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान पटना की विन्ध्या टेली लिंक कंपनी के यहां करीब 6 करोड़ रुपए की गड़बड़ी मिली है. यह कंपनी पूरे देश में ऊर्जा और टेलीकॉम सेक्टर में काम करती है.
मीडिया रिपोर्टों की माने तो विन्ध्या टेली लिंक कंपनी ने नार्थ और साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी तथा बीएसएनसल में करोड़ों की ठेकेदारी का काम किया, लेकिन उसकी जीएसटी दाखिल नहीं की. इतना ही नहीं गलत तरीके से दो करोड़ रुपए का लाभ भी ले लिया. वहीं नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के साथ काम करने वाली कंपनी एसपी मलिक के यहां करीब डेढ़ करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी गयी है. वहीं जीटीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा 1.87 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है.