राजदेव पांडेय, पटना. बिहार की उच्च शिक्षण संस्थानों (कॉलेज/विश्वविद्यालय) में अध्ययनरत दस हजार से अधिक विद्यार्थियों ने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन करा लिया है. इसमें तीन हजार विद्यार्थी राज्य के विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के हैं. ऐसे विद्यार्थियों के सभी एकेडमिक दस्तावेज मसलन अंक पत्र, सर्टिफिकेट, डिग्री और दूसरे सभी तरह के प्रमाण पत्र स्वत: एकेडमिक बैंक में जमा होते जायेंगे. उन्हें अपनी तरफ से इसमें अब कोई प्रयास नहीं करना होगा.
आधिकारिक जानकारों के मुताबिक अगर विद्यार्थी बीच में ही कॉलेज या विश्वविद्यालय बदल कर कहीं और एडमिशन लेना चाहेगा तो उसका नामांकन एकेडमिक बैंक के दस्तावेजों से हो जायेगा. उसे किसी तरह की अनापत्ति और शिक्षण संस्था से किसी दस्तावेज निकालने की जरूरत नहीं होगी. स्वचालित ढंग से जमा दस्तावेज अपने आप दूसरे संस्थान में ट्रांसफर हो जायेंगे. दस्तावेजों के गुम या चोरी हो जाने की आशंका भी नहीं होगी. यह समूची कवायद नयी शिक्षा नीति के तहत की जा रही है. आगामी शैक्षणिक वर्ष से देश भर के विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए सभी छात्रों के लिए abc.gov.in पर एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) खाता खोलना अनिवार्य होगा. आइडी बनाने की प्रक्रिया जारी है.
राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) की मान्यता के लिए प्रदेश की 13 उच्च शिक्षण संस्थाओं ने अपनी स्व मूल्यांकन रिपोर्ट अपलोड कर दी है. पीयर टीम विजिट कर इसका मूल्यांकन करेगी. जिन शिक्षण संस्थाओं ने स्व अध्ययन रिपोर्ट अपलोड की है, उसमें सुखदेव महतो जनता कॉलेज मधुबनी, यूवी कॉलेज मधेपुरा, एएन कॉलेज पटना, नेशनल टीचर ट्रेनिंग कॉलेज पटना, साउथ बिहार यूनिवर्सिटी गया, मिलिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पूर्णिया, एसएम जहीर आलम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज दरभंगा, जेपी शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज समस्तीपुर, चंद्रशील कॉलेज ऑफ एजुकेशन मुजफ्फरपुर, सेंट जोसेफ मिश्री सिंह विश्व मोहिनी मेमोरियल टीचर ट्रेनिंग कॉलेज समस्तीपुर, एडीएस कॉलेज अरवल, एसएमएसजी कॉलेज गया शामिल हैं.
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नैक के बिहार राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो एन के अग्रवाल ने बताया कि नैक के लिए कॉलेजों में लगातार मीटिंग करके उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है. नैक मूल्यांकन के लिए जरूरी वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक की एनुअल क्वालिटी एश्योरेंस रिपोर्ट 30 अप्रैल तक देनी होगी. एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में भी प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है.