दरभंगा. दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीइटी-बीएड-2022) छह जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक होगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. बता दें कि इस प्रवेश परीक्षा के लिए एक लाख 91 हजार 929 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. इसमें 97 हजार 718 महिला एवं 94 हजार 211 पुरुष अभ्यर्थी हैं. परीक्षा के लिए प्रदेश के 11 शहरों में 325 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इसमें महिलाओं के लिए 157 और पुरुषों के लिए 168 परीक्षा केंद्र हैं.
राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने बताया कि शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा आयोजन की तैयारियों को लेकर रविवार को केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक की टीम को परीक्षा संबंधित सामाग्री को लेकर रवाना कर दिया गया है. यह टीम आरा, भागलपुर, छपरा, गया, मधेपुरा, मुंगेर, पटना और पूर्णियां के लिये रवाना हुई. चार जुलाई को दरभंगा, हाजीपुर और मुजफ्फरपुर के लिए टीम प्रस्थान करेगी. प्रो. मेहता ने बताया कि प्रत्येक सहभागी विश्वविद्यालय के लिए एक से दो केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है. इसमें दो शिक्षक-पदाधिकारी हैं. कुल 18 दल बनाए गए हैं. केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक आवंटित विश्वविद्यालय केंद्र पहुंचकर वहां के नोडल पदाधिकारी से संपर्क करेंगे. इसके बाद केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक दल विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी के पारस्परिक सहयोग से अपने कार्यों का निबटारा करेंगे.
Also Read: बिहार में फिर डराने लगा कोरोना का ग्राफ, 24 घंटे में मिले 226 नये संक्रमित, पटना में 704 एक्टिव मरीज
प्रो. मेहता ने बताया कि केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक दल संबंधित विश्वविद्यालय केंद्र क्षेत्रांतर्गत सभी परीक्षा केंद्रों द्वारा की जा रही परीक्षा की तैयारियों का जायजा लेगा. इसके बाद नोडल पदाधिकारी के साथ जोनल को-ऑर्डिनेटर से मिलकर निर्देशानुसार परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर लेने को सुनिश्चित करेंगे. सभी तैयारियों की सूचना समय-समय पर नोडल विश्वविद्यालय के नियंत्रण कक्ष पर नियुक्त पदाधिकारी को देते रहेंगे. केंद्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक दल परीक्षा केंद्रों पर हो रही परीक्षा का निरीक्षण करेंगे. किसी भी उत्पन्न समस्या की स्थिति में तुरंत नोडल विश्वविद्यालय के नियंत्रण कक्ष से सलाह लेकर उसका समाधान करेंगे. परीक्षा तैयारी एवं परीक्षा प्रक्रिया पर पैनी नजर रखेंगे.