Loading election data...

Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्रि में मां अम्बिका का जरूर करें दर्शन, इस मंत्र से पूजा करने से दूर होगी परेशानी

Chaitra Navratri 2023: बिहार के छपरा जिले के अंतर्गत दिघवारा के बगल में एक बहुत ही प्रसिद्द गावं आमी है. यहां शक्तिपीठ माता अम्बिका का स्थान है इस गावं का नाम इसी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में जाने से आपके सभी मनोकामना पूर्ण होते है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2023 9:13 PM

Chaitra Navratri 2023: बिहार के छपरा जिले के अंतर्गत दिघवारा के बगल में एक बहुत ही प्रसिद्द गावं आमी है. यहां शक्तिपीठ माता अम्बिका का स्थान है इस गावं का नाम इसी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में जाने से आपके सभी मनोकामना पूर्ण होते है. इस शक्तिपीठ का प्रभाव बहुत ही तेज है ऐसे तो यहां सभी दिन श्रद्धालु आते है लेकिन विशेषकर नवरात्रि के दिनों में यहां दुर -दुर से मां के भक्त आते है. माता अम्बिका का दर्शन करके अपना सभी मनोरथ पूर्ण करते है. पारिवारिक कलह से ज्यादा प्रभावित है या मानसिक तनाव बन गया है तब माता अम्बिका के दर्शन से सभी कष्ट दुर होते है.

यहां रखा गया था सती का भस्म

मार्कंडेय पुराण में इस स्थल का व्याख्या मिलता है. यहां पर राजा दक्ष यज्ञ किया था. उसमें भगवान शिव को निमंत्रण नहीं दिया था. सती ने अपने पति का अपमान किये जाने पर यज्ञ कुंड में कुदकर आत्महत्या कर ली थी. इससे भगवान शिव आक्रोश में आकर शती के शव को लेकर तांडव नृत्य करने लगे. भगवान शिव के तांडव नृत्य को शांत करने के लिए भगवान विष्णु ने अपने चक्र से शती के शव को टुकरे -टुकरे कर दिए शव के टुकरे जहा भी गिरा वह पर शक्ति पीठ के रूप में जाना जाता है. इस शक्तिपीठ का खाशियत यह है यहां पर सती के शरीर का भस्म को यही पर रखा गया था.

Also Read: चैती छठ को लेकर गंगा घाट तैयारी पूरी, इन घाटों पर होगा खास इंतजाम, मेयर ने किया निरीक्षण
महाष्टमी के दिन अम्बिका स्थान पर नवार्ण मंत्र से करे जाप

ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे का बड़ा ही महत्व है. मां दुर्गा जी की साधना-उपासना के क्रम में नवार्ण मंत्र का जाप अद्भुत प्रभाव देता है. ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे मंत्र का हर एक अक्षर मां दुर्गा की एक शक्ति से संबंधित है.

सब तरह से कल्याण के लिए इस मंत्र का जाप करें-

ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।

शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।

रोग तथा भय से मुक्त होने के लिए करे इस मंत्र का जाप

ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।

दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍ते।।

कैसे पहुंचें

यहां पर जाने का रास्ता छपरा जिला से 30 किलोमीटर पूरब तथा पटना स्टेशन से पच्छिम 50 किलोमीटर पर है पटना से निजी साधन तथा शेयरिंग भी कर सकते है. छपरा में आप निजी या पब्लिक बस मिलेगा दिघवारा बाजार के पहले आमी स्थल मुख्य द्वार से जा सकते है.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

Next Article

Exit mobile version