बिहार में चमकी बुखार के बढ़ते प्रकोप के बीच बिहार सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सरकार ने एईएस प्रभावित जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में 24X7 स्वास्थ्य सेवा प्रदान किया जाना अत्यन्त ही आवश्यक है. ताकि उक्त रोग से ग्रसित मरीजों को ससमय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करायी जा सके.
अब अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की उपस्थिति सुबह 05:00 से 06:00 बजे तक दर्पण डेली एप के माध्यम से दर्ज करने का निदेश दिया गया है. इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेश मनोज कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.
इधर, जिले के सिविल सर्जन ने कहा कि जिले के सभी पीएचसी में जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. आवश्यक दवाओं के साथ-साथ पैरासिटामोल, ओआरएस, विटामिन ए सहित ग्लूकोज भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.
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इससे पहले बिहार स्वास्थ्य विभाग ने बरसात के मौसम में बच्चों में होनेवाली जानलेवा बीमारी एइएस व जेइ को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसमें एइएस व जे प्रभावित जिलों में इसकी पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. राज्य में अब तक 5 बच्चों की चमकी बुखार से मौत हो गई है.
ये इलाका सबसे प्रभावित- बताते चलें कि बिहार में मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, शिवहर, दरभंगा और सीवान जिला चमकी बुखार से सबसे प्रभावित माना जाता है. साल 2018-19 में मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार कहर बनकर टूटा था.
Posted By: Avinish Kumar mishra