मुजफ्फरपुर. तिरहुत इलाके में बच्चों के लिए काल बना चमकी बुखार एक बार फिर जानलेवा होता जा रहा है. गर्मी बढ़ने के साथ साथ इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. मुजफ्फरपुर के SKMCH में ही चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या एक दर्जन पहुंच चुकी है. इस साल चमकी बुखार का पहला केस मोतिहारी में सामने आया था.
एसकेएमसीएच के आंकड़ों की माने तो अब तक मोतिहारी से सीतामढ़ी से एक और मुजफ्फरपुर से 10 केस सामने आये हैं, लेकिन सबसे अच्छी बात है कि 12 बच्चे ठीक होकर वापस घर जा चुके हैं. अब तक इस बीमारी से किसी भी मासूम की जान नहीं गयी है, लेकिन जिस तरह से प्रचंड धूप और गर्मी पर रही है, उससे काफी ज्यादा बच्चों का ख्याल रखना जरूरी है.
पूर्व के वर्षों के बाद करें तो जैसे-जैसे गर्मी अपना रौद्र रूप धारण करती है, वैसे वैसे यह बीमारी बच्चों में तेजी से होने लगता है. जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार तरह-तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपने बच्चों का अच्छे से देखभाल कर सकें और तेज धूप में बाहर नहीं निकलने दे. साथ ही साथ कोई जूठा फल ग्रामीण इलाकों के बगीचे से ना खाएं.
इस बीमारी ने मुजफ्फरपुर ही नहीं कई जिलों के सैकड़ों बच्चे को अपना शिकार बनाया हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस इलाज स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं ढूंढ पाई है. आखिर इस बीमारी को जड़ से कैसे खत्म कर दिया जाए, इस पर शोध जारी है. लोगों के अंदर जागरूकता पैदा कर थोड़ी राहत मिली है, लेकिन डर बना हुआ है. क्योंकि मौसम विभाग के अनुसार सप्ताह में इस तपिस भरी धूप और गर्मी से निजात नहीं मिलने जा रही है ऐसे में अपने मासूम का ख्याल रखना बेहद जरूरी है.