अलर्ट. डेंगू से बचाव को रहें स्वच्छ, नाले की सफाई पर दें ध्यान
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बारिश से पहले साफ हों नाले
अलर्ट. डेंगू से बचाव को रहें स्वच्छ, नाले की सफाई पर दें ध्यान डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर डेंगू से बचाव के लिए मिला दिशा-निर्देश रक्सौल : गर्मी और बीमारी दोनों एक साथ आती है. विज्ञान भी इस बात को मानता है कि गर्मी की शुरुआत के साथ ही […]
डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
डेंगू से बचाव के लिए मिला दिशा-निर्देश
रक्सौल : गर्मी और बीमारी दोनों एक साथ आती है. विज्ञान भी इस बात को मानता है कि गर्मी की शुरुआत के साथ ही बिमारियों की शुरुआत होती है. इन्ही बीमारियों में डेंगू एक है. जो गर्मी के साथ-साथ जून व जुलाई में संभावित बरसात के साथ-साथ सबसे अधिक पनपने का डर रहता है. क्योंकि बरसात के समय घरेलू कॉलोनियों के आसपास होने वाले जलजमाव व नाले में होने वाले जलजमाव के कारण डेंगू मच्छर के पनपने की समस्या सबसे अधिक होती है. लेकिन डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है.
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इसके लिए कमर कस तैयारी कर ली गयी है. इसी सिलसिले में अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी वेक्टर जनित रोग नियंत्रण (मलेरिया) ने पीएचसी को एक पत्र लिख कर डेंगू से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया है. प्रभारी डॉ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि विभाग के पत्र के आलोक में शहर में जलजमाव वाले स्थानों व नालों की सफाई के बाद वहां पर फाॅगिंग करना है.
उन्होंने बताया कि जून-जुलाई में होनेवाली संभावित बारिश से पहले नालों की सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है.
सफाई के बाद फाॅगिंग कराया जायेगा. ताकि बरसात के समय में डेंगू के मच्छर नहीं पनप पाये. यहां बता दे कि जब गर्मी के साथ बरसात होती है तो डेंगू का मच्छर जलजमाव में पैदा होता है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक पत्र नगर परिषद् को दिया गया है ताकि समय से पूर्व नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाये. इसके बाद फाॅगिंग का काम भी नप के द्वारा ही किया जायेगा.
नर्सिंग होम को मिला निर्देश : संभावित डेंगू को लेकर शहर के नर्सिंग होम को विशेष निर्देश दिया गया है. इस बाबत प्रभारी डॉ शर्मा ने बताया कि क्लीनकल एक्ट के तहत रजिस्टर्ड नर्सिंग मदर टेरेसा नर्सिंग होम लक्ष्मीपुर, डंकन अस्पताल व डॉ अनवार नर्सिंग होम को निर्देश दिया गया है.
अस्पताल से जारी निर्देश में बताया गया है कि नर्सिंग होम में इलाज के लिए आने वाले डेंगू के मरीजों के लिए मच्छरदानी युक्त बेड की व्यवस्था करनी है. उन्होंने आगे कहा कि अगर मरीज में ज्यादा परेशानी हो तो उसे मेडिकल कॉलेज में रेफर करना है. ताकि समय रहते मरीज का अत्याधुनिक तरीके से इलाज हो सके और उसे डेंगू से बचाया जा सके.
तैयार है रक्सौल पीएचसी : प्रभारी डॉ शर्मा ने आगे बताया कि संभावित डेंगू मरीज के लिए इलाज के पीएचसी तैयार है. डेंगू के प्रारंभिक इलाज के लिए सभी प्रकार की दवाएं पीएचसी में उपलब्ध है. स्वास्थ्य कर्मी और कार्यक्रम से जुड़े लोगों को निर्देश दिया गया है कि क्षेत्र में कहीं भी डेंगू के संभावित मरीज को देखने के बाद इसकी सूचना पीएचसी में देनी है. ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके. वहीं उन्होंने बताया कि डेंगू से बचाव,
इसके लक्षण आदि के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पीएचसी प्रभारी डॉ शर्मा ने भी लोगों से अपील की कि वे भी अपने आसपास स्वयं जलजमाव नहीं होने व नालों को साफ रखें.
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