योग ज्ञान में भारत बनेगा विश्व गुरु : बाबा रामदेव

मोतिहारी : योग गुरु बाबा रामदेव ने कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े रुख की वकालत की. उन्होंने कहा कि पीओके को भारत में शामिल करने का यह सही समय है. पाक को मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम व हाफिज सईद को सौंपने की नसीहत दी. कहा कि ये तीनों हिंसक फसाद की जड़ हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2017 6:20 AM

मोतिहारी : योग गुरु बाबा रामदेव ने कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े रुख की वकालत की. उन्होंने कहा कि पीओके को भारत में शामिल करने का यह सही समय है. पाक को मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम व हाफिज सईद को सौंपने की नसीहत दी. कहा कि ये तीनों हिंसक फसाद की जड़ हैं. कश्मीर हिंसा के लिए अलगाववादियों के गिने-चुने चेहरों को जिम्मेवार बताते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि महज तीन से चार लोगों को कुचल देने की जरूरत है. पूरा कश्मीर शांत हो जायेगा. वह गांधी मैदान में आयोजित योग ज्ञान सह ध्यान शिविर को संबोधित कर रहे थे.

सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर चंपारण में तीन दिवसीय आयोजित योग शिविर के अंतिम दिन बाबा के भीतर देश भक्ति जाग उठी. उन्होंने कहा कि आज देश की बागडोर ऐसे व्यक्ति केहाथ में है जो देश विरोधी ताकतों को करारा जवाब देने में सक्षम है. कहा कि बापू के स्वराज के सपने को साकार कर भारत को आर्थिक एवं अध्यात्म में विश्व गुरु बनाना है. युवाओं के रोजगार के लिए उद्योग भी खड़ा करना है. इसके लिए पहले देश में शैक्षणिक माहौल कायम करने की आवश्यकता है.

राष्ट्र निर्माण को लेकर देश में पतंजलि योग एवं उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करेगी. कहा कि पतंजलि ने अगले 50 साल के लिए कार्य योजनाएं बना रखी हैं. देश में एक हजार से ज्यादा इंस्टीट्यूट संस्थान की स्थापना होगी. उन्होंने विदेशी सामान का इस्तेमाल नहीं करने की अपील करते हुए स्वदेशी सामान को व्यावहारिक उपयोग में लाने की नसीहत दी. कहा कि राष्ट्र को शक्तिशाली बनाना है तो सभी को स्वदेशी उपयोग को बढ़ावा देना होगा. योग-प्राणायाम को आरोग्य जीवन का मूलमंत्र बताते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि योग करने से शरीर में ब्रह्मांड की सभी शक्तियां जागृत हो जाती हैं. मनुष्य सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ रचना है.
योग से आत्म परिवर्तन होता है. और आत्मीय परिवर्तन ही राष्ट्रीय परिवर्तन को प्रेरित करता है. उन्होंने शिक्षा ग्रहण करनेवाले छात्र-छात्राओं को योग करने की सलाह दी. कहा कि योग से विद्यार्थियों में ध्यान एवं स्मरण की चेतनाएं बढ़ेगी. वही एकाग्रता आयेगी,जिससे बच्चे चरित्रवान बन जीवन में उच्च सफलता प्राप्त करेंगे.

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