शहर में रिक्शे से डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण शुरू

मुहल्लों में सीटी के साथ घर-घर पहुंचेंगे कर्मी मोतिहारी : शहर की गुड मॉर्निंग अब सीटी से होगी. शनिवार से मुहल्लों में सीटी की आवाज सुनाई दे, तो आश्चर्य नहीं. सुबह-सुबह मुहल्लों में सीटी की आवाज के साथ घर के दरवाजे पर हरे एवं नीले रंग की डस्टबीन रिक्शा के साथ एक व्यक्ति दस्तक देगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2017 11:31 AM
मुहल्लों में सीटी के साथ घर-घर पहुंचेंगे कर्मी
मोतिहारी : शहर की गुड मॉर्निंग अब सीटी से होगी. शनिवार से मुहल्लों में सीटी की आवाज सुनाई दे, तो आश्चर्य नहीं. सुबह-सुबह मुहल्लों में सीटी की आवाज के साथ घर के दरवाजे पर हरे एवं नीले रंग की डस्टबीन रिक्शा के साथ एक व्यक्ति दस्तक देगा.
रिक्शा ठेला के साथ दरवाजे पर दस्तक देने वाला यह शख्स कोई अजनबी नहीं, बल्कि नगरपालिका का सफाई कर्मी होगा. शहर की स्वच्छता के लिए नप प्रशासन ने डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण कार्य शुरू करायी है. जिसके तहत सभी वार्ड में रिक्शा से कूड़ा संग्रहण कार्य को चालू कराया गया है.
शुरुआत शुक्रवार को हरी झंडी दिखा कर नप सभापति अंजू देवी एवं इओ हरिवीर गौतम ने की. नप उप सभापति रविभूषण श्रीवास्तव, स्थायी समिति सदस्य गुलरेज शहजाद एवं वार्ड एक के पार्षद चंदन सिंह उपस्थित थे. नप कर्मशाला से रिक्शा का वार्डवार वितरण किया गया. वही कूड़ा संग्रहण की मॉनीटरिंग की जिम्मेवारी सफाई निरीक्षक नेजाम हुसैन एवं संजीव सिंह को दी गयी. उधर, इओ हरिवीर गौतम ने कहा कि प्रयोग के तौर पर वार्डवार एक-एक रिक्शा से डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण का कार्य चालू करायी गयी है. जल्द ही घर-घर दो डब्बे भी उपलब्ध कराये जायेंगे.
38 रिक्शों की हुई खरीद
शहर के सभी वार्ड को डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहन के लिए एक-एक रिक्शा मुहैया करायी गयी है. जानकारी के मुताबिक नप प्रशासन ने कूल 38 रिक्शा क्रय किया है. फिलहाल प्रयोग के तौर पर एक-एक रिक्शा से कूड़ा संग्रहण कार्य शुरू की गयी है. आवश्यक्ता अनुसार रिक्शा की संख्या बढ़ायी जायेगी.
घर-घर उपलब्ध होगा डस्टबिन
कूड़ा रखने के लिए डोर-टू-डोर डस्टबीन उपलब्ध करायी जायेगी. सभी घर को दो छोटे-छोटे डस्टबीन नप प्रशासन मुहैया करायेगी. घरवालों को ध्यान देकर डब्बा में अलग-अलग ग्रीन एवं सूखा कूड़ा संग्रहण करना होगा.
सुबह-सुबह होगा कूड़ा संग्रहण
वार्डवार गली-गली भ्रमण कर नप कर्मी घर-घर कूड़ा संग्रहण करेंगे. आगे-आगे रिक्शा होगी और उसके साथ ट्रॉली भी चलेगा. रिक्शा पर गीला एवं सूखा दोनों तरह के कचड़ा को अलग-अलग स्टोर करने की व्यवस्था होगी. वही अधिक कूड़ा होने पर साथ चल रही ट्रॉली की मदद ली जायेगी.

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