हेलमेट पहन कर कार्य करने को मजबूर है बिहार में इस कार्यालय के सरकारी कर्मी

अरेराज : बिहार में पूर्वी चंपारण के अरेराज प्रखंड कार्यालय के जर्जर होने से सहमे कार्यालय कर्मी हेमलेट पहन कर कार्य करने को मजबूर है. कर्मी कार्यालय कार्य से अधिक अपनी सुरक्षा व फाइल की सुरक्षित रखने की चिंता से परेशान रहते है. कार्यालय कर्मी की माने तो एक कार्यालय कार्य का दबाव रहता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2017 6:20 PM

अरेराज : बिहार में पूर्वी चंपारण के अरेराज प्रखंड कार्यालय के जर्जर होने से सहमे कार्यालय कर्मी हेमलेट पहन कर कार्य करने को मजबूर है. कर्मी कार्यालय कार्य से अधिक अपनी सुरक्षा व फाइल की सुरक्षित रखने की चिंता से परेशान रहते है. कार्यालय कर्मी की माने तो एक कार्यालय कार्य का दबाव रहता है तो दूसरी तरफ छत गिरने की चिंता रहती है. साथ ही वर्षा होने पर सब कार्य को छोड़कर कंप्यूटर व फाइल को सुरक्षित रखने की चिंता सताते रहती है.

सोमवार व मंगलवार को बारिश में छत से पानी टपक रहा था तो दूसरी तरफ छत गिरने की भय से हेमलेट पहन कर कर्मियों द्वारा कार्य किया जा रहा था. कर्मियों की भय को देखकर आवश्यक कार्य से आये ग्रामीण भी भय से प्रखंड कार्यालय में अंदर जाने से बचते रहे. ग्रामीण सुंदर पासवान ने बताया कि बृद्धा पेंशन में गड़बड़ी सुधार के लिए आए है. लेकिन, कर्मियों के हेमलेट पहनकर कार्य करते देख अंदर खड़ा होने में हमे भी डर लग रहा है.

वहीं, सुंदरी देवी नेकहा, इंदिरा आवास की द्वितीय किस्त भुगतान के लिए प्रखंड कार्यालय आयी हूं, लेकिन कार्यालय में छत से पानी टपकने के कारण कोई भी कर्मी सुधि नही ले रहे है.उधर, प्रखंड सहायक कर्मी ललन कुमार ने बताया कि घर से कार्यालय आने के बाद से ही अनहोनी को लेकर डर सताते रहता है. डर के साये में कार्य करने की मजबूरी है. वही सहायक डाबर ने कहा कि जिस भवन को भवन विभाग के कार्यपालक अभियन्ता द्वारा एक वर्ष पूर्व परित्यक्त घोषित कर दिया गया .उसमे कार्य करना जान जोखिम में डालने के बराबर है .

एक वर्ष पूर्व हुआ था परित्यक्त घोषित
एक वर्ष पूर्व छत की चपरा गिरने से आरटीपीएस कार्यालय के दो कर्मी जख्मी हो गए थे. वही कंपीयूटर भी क्षतिग्रस्त हुआ था. जिसको लेकर बीडीओ द्वारा जिला से पत्राचार किया गया. जिसके आलोक में भवन विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा प्रखंड व अंचल कार्यालय का जांच कर परित्यक्त घोषित करते हुए जल्द भवन खाली करने की बात कही गयी थी. कार्यालय कर्मी सूत्रों की माने तो जर्जर भवन को लेकर कई बार जिला में पत्र भेजा गया, लेकिन कोई भी आदेश नहीं मिलने से जान जोखिम में डालकर कार्य करना पड़ता है .

Next Article

Exit mobile version