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एलआइसी में 37 लाख का घोटाला उजागर, मृतकों के नाम पर पॉलिसी और खुद को मृत घोषित कर निकाल ली राशि

अब तक आठ मामले सामने आये, चल रही जांच,सात हरसिद्धि व एक मामला अरेराज बहादुरपुर का मोतिहारी : एलआइसी में 37 लाख का घोटाला उजागार हुआ है. यहां जिंदा व्यक्तियों ने खुद को मृत घोषित कर पॉलिसी की राशि उठा ली है. वहीं, कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर एलआइसी करा कर पॉलिसी का भुगतान […]

अब तक आठ मामले सामने आये, चल रही जांच,सात हरसिद्धि व एक मामला अरेराज बहादुरपुर का

मोतिहारी : एलआइसी में 37 लाख का घोटाला उजागार हुआ है. यहां जिंदा व्यक्तियों ने खुद को मृत घोषित कर पॉलिसी की राशि उठा ली है. वहीं, कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर एलआइसी करा कर पॉलिसी का भुगतान लिया गया है. इस तरह के आठ मामले अब तक सामने आये हैं. आंतरिक सर्वेक्षण में घोटाला उजागर होने पर एलआइसी मोतिहारी शाखा से लेकर डिविजनल कार्यालय मुजफ्फरपुर में हड़कंप मचा हुआ है.

घोटाले के आकंठ में पॉलिसी धारकों से लेकर एजेंट व कर्मी तक डूबे हैं. फिलहाल पॉलिसी धारकों पर कानूनी कार्रवाई की गयी है. वहीं, एजेंट व कर्मियों की भूमिका की जांच चल रही है. वहीं, जिंदा व्यक्तियों को मृत्यु प्रमाण पत्र उपलब्ध करानेवालों की खोजबीन हो रही है. इसमें घोटाले का नंबर ऑफ केस और राशि बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है. जालसाजी का यह खेल वर्ष 2001 से चल रहा है. चौंकानेवाली बात यह है कि एलआइसी घोटाले में आठ पॉलिसी घारकों में सात हरसिद्धि और एक अरेराज का है. इसकी जांच एलआइसी डिविजनल कार्यालय मुजफ्फरपुर के अधिकारियों की टीम कर रही है.

इन्होंने जालसाजी कर उठायी एलआइसी की पॉलिसी

केस नंबर 1 : हरसिद्धि के भादा मिश्र टोला निवासी विक्रमादित्य मिश्रा जीवित हैं. इन्होंने तीन पॉलिसी करायी. उसके बाद खुद को मृत घोषित कर तीनों पॉलिसी के 11,22,204 रुपये उठा लिये. भुगतान नॉमिनी सुरींदा देवी उर्फ शारदा देवी के नाम से लिया गया. इनका पॉलिसी नंबर 530539793, 536516497 व 539529235 है.

केस नंबर 2 : हरसिद्धि के भादा मिश्र टोला निवासी रामजी ठाकुर जीवित हैं. इन्होंने एक पॉलिसी करायी. इसका नंबर 539517206 है. उसके बाद जिंदा रहते हुए खुद को मृत घोषित कर मृत्यु का दावा ठोका और पॉलिसी की चार लाख 80 हजार रुपये की राशि उठायी. राशि का भुगतान नॉमिनी पशुपति देवी, जो इनकी पत्नी है, के नाम पर लिया गया.

केस नंबर 3 : अरेराज बहादुरपुर के नवीन कुमार उर्फ रामाश्रय यादव ने भी जिंदा रहते हुए खुद को मृत घोषित कर पॉलिसी की राशि उठायी है. इनके पॉलिसी का नंबर 536513325 है. नॉमिनी इनकी पत्नी उषा देवी थी. नॉमिनी के नाम से तीन लाख 18 हजार की पॉलिसी राशि का भुगतान करा लिया गया है.

केस नंबर 4 : हरसिद्धि थाने के भादा मुरली गांव निवासी उपेंद्र गिरि जिंदा है. इन्होंने एक पॉलिसी करायी. इसका नंबर 538768203 है. इन्होंने भी खुद को मृत घोषित कर एलआइसी में मृत्यु होने का दावा ठोका. उसके बाद नॉमिनी रही इनकी पत्नी रामा देवी के नाम पर पॉलिसी की राशि दो लाख 24 हजार की राशि का भुगतान करा लिया गया.

केस नंबर 5 : हरसिद्धि थाने के भादा मिश्र टोला निवासी सुरींदा देवी ने खुद को मृत घोषित कर एक लाख 80 हजार की पॉलिसी राशि उठायी हैं. इनकी पॉलिसी का नंबर 539511658 है. पॉलिसी राशि का भुगतान इनके पुत्र अजय कुमार मिश्रा को किया गया. नॉमिनी में अजय कुमार मिश्रा का नाम था.

केस नंबर 6 : हरसिद्धि थाने के भादा मिश्र टोला निवासी बबलू उर्फ बाबू कुमार मिश्रा ने भी खुद को मृत घोषित कर एलआइसी को छह लाख 72 हजार का चूना लगाया है. इनकी पॉलिसी का नंबर 539529225 है. पॉलिसी राशि का भुगतान रिंकी देवी उर्फ रीता देवी को किया गया है.

केस नंबर 7 : हरसिद्धि थाने के भादा मिश्र टोला निवासी गुली मिश्र का केस कुछ अलग है. इनका निधन वर्ष 2000-2001 के बीच हुआ. इन्हें जिंदा दिखा कर इनके नाम पर पॉलिसी ली गयी, जिसका नंबर नंबर 533999033 है. कुछ सालों बाद गुली मिश्रा को मृत घोषित कर नॉमिनी सुरींदा देवी उर्फ शारदा देवी ने 68 हजार तीन सौ रुपये की पॉलिसी उठायी है.

केस नंबर 8 : हरसिद्धि थाने के भादा मिश्र टोला निवासी विष्णुदेव मिश्रा की मौत चार साल पहले हो गयी. उनकी मौत के बाद उनके नाम पर पॉलिसी ली गयी, जिसका नंबर 575812552 है. पॉलिसी खोलने के चार साल बाद विष्णदेव मिश्रा को मृत दिखा उनके पुत्र रामा प्रसाद ने मृत्यु दावा ठोक छह लाख 40 पॉलिसी राशि उठायी गयी. नॉमिनी में रामा प्रसाद का नाम था.

क्या कहते है एलआइसी अधिकारी

मोतिहारी स्थित एलआइसी के वरीय शाखा प्रबंधक अशोक कुमार गिरि ने बताया कि जालसाजी कर पॉलिसी की राशि उठायी गयी है. 37 लाख चार हजार 504 रुपये के घोटाला किये जाने का मामला सामने आया है. इसको लेकर पॉलिसीधारक सहित नॉमिनी के खिलाफ छतौनी थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन दे दिया गया है. मामले की जांच डिविजनल कार्यालय मुजफ्फरपुर के अधिकारियों की टीम कर रही है. दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा.

क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी

छतौनी के इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव ने बताया कि एलआइसी के वरीय शाखा प्रबंधक अशोक कुमार गिरि ने प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है. आवेदन में 14 लोगों को आरोपित किया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है.

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