30 डाककर्मी निलंबित

मोतिहारी : चंपारण प्रमंडल के 30 डाककर्मियों को डाक अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई पीएमजी मुजफ्फरपुर के निर्देश पर हुआ है, जिसमें 26 ग्रामीण डाक पाल एवं चार ग्रामीण डाक सेवक शामिल है. इनमें से एक को जेल भी भेज दिया गया है. जानकारी के अनुसार गलत प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर 30 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2017 4:22 AM

मोतिहारी : चंपारण प्रमंडल के 30 डाककर्मियों को डाक अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई पीएमजी मुजफ्फरपुर के निर्देश पर हुआ है, जिसमें 26 ग्रामीण डाक पाल एवं चार ग्रामीण डाक सेवक शामिल है. इनमें से एक को जेल भी भेज दिया गया है. जानकारी के अनुसार गलत प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर 30 डाक कर्मियों ने डाक विभाग में नौकरी प्राप्त किया था.

वर्ष 2016 में इन लोगों के प्रमाण पत्रों की जांच की गयी. जांचोपरांत डिग्री अवैध घोषित करते हुए निलंबित करने का आदेश दिया गया. लेकिन इन कर्मचारियों के हाइकोर्ट में चले जाने के बाद तत्कालीन पीएमजी अनिल कुमार सिंह ने इन कर्मचारियों को निलंबित के कार्रवाई पर तत्काल रोक लगा दिया था. इधर नये पीएमजी मुजफ्फरपुर ने इन सभी को हटाने का निर्देश दिया है, जिसके आलोक में गुरुवार को डाक अधीक्षक सत्यनारायण प्रसाद ने यह कार्रवाई किया है.
यहां बता दें कि इसी मामले में एक ग्रामीण डाक सेवक संतोष पासवान को सीबीआइ की टीम ने गिरफ्तार कर पूछताछ की और जेल भेज दिया था. डाकघर में फर्जी टूर घोटाला भी एक दशक पूर्व हुआ था, जिसमें करीब एक दर्जन कर्मियों ने बगैर टूर (तीर्थ व अन्य यात्रा) पर गये राशि की निकासी कर ली थी.
फर्जी प्रमाणपत्र
का मामला
26 ग्रामीण डाकपाल
व चार डाकसेवक
2016 में हुई थी प्रमाण पत्रों की जांच
एक दशक पूर्व हुआ था यात्रा भत्ता घोटाला

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