केविवि के लिए 165 एकड़ जमीन की नये सिरे से खोज

136.46 एकड़ जमीन अधिग्रहण को आयुक्त को भेजी संचिका मोतिहारी : महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के लिए चिह्नित 301 एकड़ भूमि में 136.46 एकड़ भूमि का अधिसूचना के बाद अधिग्रहण अधिघोषण के लिए प्रस्ताव तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त को भेजा गया है. शेष 165 एकड़ जमीन की अब नये सिरे से खोज की दिशा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2017 4:28 AM

136.46 एकड़ जमीन अधिग्रहण को आयुक्त को भेजी संचिका

मोतिहारी : महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के लिए चिह्नित 301 एकड़ भूमि में 136.46 एकड़ भूमि का अधिसूचना के बाद अधिग्रहण अधिघोषण के लिए प्रस्ताव तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त को भेजा गया है. शेष 165 एकड़ जमीन की अब नये सिरे से खोज की दिशा में प्रक्रिया आरंभ होगी. क्योंकि 165 एकड़ भूमि जो बैरिया की है, उसे विभाग भू-हदबंदी की जमीन बता लेने से इंकार कर दी है. उक्त भूमि में अधिकांश भूमि चीनी मिल मोतिहारी की है.
जानकारी के अनुसार केविवि की स्वीकृति 2013 में हुई. उसके बाद मोतिहारी अंचल के बैरिया, फुर्सतपुर और बनकट (एनएच 28ए किनारे) गांव की 301 एकड़ ऊंची जमीन को चिह्नित कर विभाग को अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव भेजा गया. लेकिन बैरिया की जमीन भू-हदबंदी का होने के कारण बराबर पेंच फंस रहा था.
ऐसे में बैरिया की करीब 136.46 एकड़ जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर अधिघोषणा के लिए आयुक्त के पास संचिका भेजी गयी है. वहां से स्वीकृति के बाद संचिका सरकार के पास जायेगी और अधिघोषणा के साथ अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. मामले को लेकर पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल वस्तु स्थिति से अवगत कराया, जिस पर मुख्यमंत्री ने भी केविवि से संबंधित संचिका की जानकारी ली व प्रक्रिया पूरा करने का निर्देश दिया है.
चार वर्ष बाद भी केविवि को अपना भवन नहीं
2013 में स्वीकृति मिलने के बाद भी केविवि को अपना भवन नहीं मिल सका है. वैकल्पिक व्यवस्था पर जिला स्कूल छात्रावास में चार अक्टूबर 2016 से 15 विषयों की पढ़ाई चल रही है.
शेष विषय की पढ़ाई पर्याप्त जगह न होने के कारण बाधित है.

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