लोकसा में सैप जवान के घर चोरी के बाद चले ईंट-पत्थर
मोतिहारी : मुफस्सिल थाने के लोकसा गांव में सैप जवान जगन्नाथ सिंह के घर भीषण चोरी की सूचना पर उनके रिश्तेदार व पुलिस के पहुंचने के बाद जमकर हंगामा हुआ. लोगों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर बरसाये. दरवाजे पर खड़ी स्कॉर्पियो सहित अन्य गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. जमादार एम. रवि दास के साथ धक्का-मुक्की की […]
मोतिहारी : मुफस्सिल थाने के लोकसा गांव में सैप जवान जगन्नाथ सिंह के घर भीषण चोरी की सूचना पर उनके रिश्तेदार व पुलिस के पहुंचने के बाद जमकर हंगामा हुआ. लोगों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर बरसाये. दरवाजे पर खड़ी स्कॉर्पियो सहित अन्य गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. जमादार एम. रवि दास के साथ धक्का-मुक्की की गयी. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया.
बताया जाता है कि जगन्नाथ सिंह के घर में कोई नहीं था. उनके दो भाई विजय सिंह व सुरेश सिंह हत्या के आरोप में जेल में हैं. जबकि, हत्या का आरोपित
लोकसा में सैप
उनका पुत्र रूपेश कुमार फरार है. जगन्नाथ सिंह परिवार के साथ नवादा में रहते हैं. इस बीच सोमवार की रात चोरों ने घर में घुस कर आभूषण सहित करीब दस लाख से अधिक की संपत्ति चुरा ली. रिश्तेदारों को सूचना मिली, तो लोकसा गांव पहुंचे व थाने में फोन किया. सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच जांच शुरू की.
पुलिस का कहना है कि उनका एक रिश्तेदार शक के आधार पर गांव के एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने लगा. इसके बाद बाद स्थिति बिगड़ गयी. इस दौरान उनके रिश्तेदारों ने भी मारपीट की. इससे परिजन व ग्रामीण भड़क गये. पुलिस पर लाठी-डंडा व ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. दरवाजे पर लगी स्कॉर्पियो, ट्रैक्टर व बाइक को क्षतिग्रस्त कर उसके टायर काट डाले. बीच-बचाव करने गये जमादार एम. रवि दास के साथ धक्का-मुक्की की. सूचना पर थानाध्यक्ष अरविंद प्रसाद, दारोगा मनोज कुमार, रवि कुमार गुप्ता, जमादार संतोष कुमार, रामाशंकर सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस जवानों ने पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया. थानाध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्षों में किसी ने आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलने पर दोषियों के पर कार्रवाई की जायेगी.
युवक की हत्या के बाद से चल रहा तनाव
लोकसा के विकास सिंह की तीन अक्तूबर को घर से बुला हत्या कर दी गयी थी. उसकी हत्या प्रेम-प्रसंग में हुई थी. हत्या का आरोप जगन्नाथ सिंह के भाई विजय सिंह, सुरेश सिंह व पुत्र रूपेश सिंह पर लगा. पुलिस ने विजय व सुरेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उसके बाद से ही दोनों के परिवार के बीच दुश्मनी बढ़ गयी. मंगलवार की घटना दुश्मनी का ही परिणाम बताया जा रहा है.
मौके पर पहुंची पुलिस के साथ धक्का-मुक्की
स्कॉर्पियो सहित आधा दर्जन गाड़ियां क्षतिग्रस्त
घटना का कारण पुरानी दुश्मनी, छानबीन शुरू
दस लाख से अधिक चोरी बता रहे रिश्तेदार
जांच प्रभावित करने के लिए हंगामे का आरोप