अधेड़ की गला रेत हत्या दुस्साहस . ढाका थाने के जमुआ गांंव की घटना
सिकरहना (मोतिहारी) : ढाका थाना के जमुआ गांव में मंगलवार की रात अपराधियों ने अली अख्तर (50) की घर में सोये अवस्था में गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी. घटना के वक्त वह घर में अकेला था. मां और पत्नी अपने-अपने मायके गयी थी. खबर फैलते ही घर पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. […]
सिकरहना (मोतिहारी) : ढाका थाना के जमुआ गांव में मंगलवार की रात अपराधियों ने अली अख्तर (50) की घर में सोये अवस्था में गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी. घटना के वक्त वह घर में अकेला था.
मां और पत्नी अपने-अपने मायके गयी थी. खबर फैलते ही घर पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोग हत्यारों को कोस रहे थे, क्योंकि हत्या बड़ी बेरहमी तरीके से किया गया था. गला रेतने के साथ ही आंख व पेट में भी हथियार का जख्म है. डीएसपी बमबम चौधरी, थानाध्यक्ष राकेश कुमार दल बल के साथ पहुंच कर घटना की जांच की तथा परिजनों से पूछताछ की. पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया. पुलिस के अनुसार अली का नाम ढाका थाना के दागियों की सूची में दर्ज था.
उस पर तीन मामले मारपीट, लूटपाट, आर्म्स एक्ट संबंधित दर्ज है. लोगों ने बताया कि शराब के नशे में अपनी पत्नी व अन्य परिजनों के साथ हमेशा मारपीट व झगड़ा झंझट करता रहता था, जिसके कारण पत्नी अमना खातून बच्चों को लेकर मायके माधोपुर मे रहती है तथा मां आसमा खातून भी अपने मायके शिवहर के मेसौढा गांव गयी थी. गांव के लोगों के अनुसार मृतक तीन चार वर्षों से असामाजिक कार्यों को छोड़ भैंस पालन कर जीवकोपार्जन का काम किया करता था. वह गांव में ब्याज पर भी लोगों को पैसे देता था.
बुधवार की सुबह जब वह अपने भैंसों को खिलाने खलिहान में नहीं पहुंचा तो उसका भतीजा इमरान खोजते हुए उसके घर पहुंचा तो देखा कि उसकी हत्या कर दी गयी है. इमरान ने घटना की जानकारी परिजनों व गांव वालों को बतायी. हत्या के कारणों का पता फिलहाल नहीं चल पाया है. मृतक के चचेरे भाई हसीन अख्तर के आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. डीएसपी बमबम चौधरी ने कहा कि मामले का उद्भेदन कर हत्यारे की शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा.
मां व पत्नी थी अपने-अपने मायके में
घर में अकेला था अली
करता था भैंस पालन
जांच में जुटी पुलिस
परिजनों का है रो-रोकर बुरा हाल : सिकरहना. अली अख्तर की हत्या की खबर सुनकर चिरैया थाना के माधोपुर गांव से जमुआ पहुंची पत्नी आमना खातून व शिवहर के मेसौढ़ा से पहुंची मां आसमा खातून, बेटी फरहान शव को देखते ही दहाड़ मार कर रोने लगी. बहन एवं अन्य परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था. मां छाती पीट-पीट कर बोल रही थी कि कौन दुश्मनवा हमरा बबुआ के इ हाल कर देलख. माहौल पूरी तरह गमगीन व शोकाकुल हो गया था. मृतक के घर जुटे लोगों की आंखें भी नम थी.