मोतिहारीः उत्तर बिहार को नक्सलियों ने दहलाने की साजिश रची है. यहां आठवें व नौवें चरण में होने वाले चुनाव के दौरान विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देने के लिए नक्सली संगठन मुकम्मल तैयारी कर चुके हैं. विस्फोटक (आइइडी) का खेप पहुंच चुका हैं, जिसे पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व मुजफ्फरपुर के बॉर्डरिंग इलाकों में इकठ्ठा किये जाने की सूचना मिल रही हैं.
पकड़ीदयाल अनुमंडल के सीमावर्ती इलाकों में कुछ नये चेहरे के संदिग्ध लोगों की गतिविधि भी इन दिनों काफी बढ़ गयी है. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सली अपने नापाक इरादों के साथ चुनाव में खलल डालने की पूरी प्लान में है. खुफिया विभाग की इस रिपोर्ट के बाद शासन-प्रशासन के कान खड़े हो गये हैं. नक्सलियों की रणनीति से निबटने के लिए ऑपरेशन आइजी अमित कुमार ने पूर्वी चंपारण, शिवहर व सीतामढ़ी एसपी के साथ बैठक की, जिसमें नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने को लेकर विशेष कार्य योजना तैयार की गयी.
नक्सलियों से सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी चंपारण में है, क्योंकि नक्सली संगठन में शीर्ष के दो नेता रामबाबू राम उर्फ राजन जी व रामप्रवेश बैठा इसी जिले के रहने वाले हैं. सूत्र बताते है कि नक्सली संगठन इस बार के चुनाव में विध्वंसक कार्रवाई के लिए नये इलाके की तलाश में हैं. इसके पीछे उनका थीम यह है कि सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम नक्सल प्रभावित इलाके में होगा, जबकि नये इलाके में विध्वंसक कार्रवाई में इन्हें आसानी होगी.
पूर्वी चंपारण का तीन विधानसभा क्षेत्र शिवहर लोकसभा में पड़ता है, जहां सात मई को चुनाव होगा. तीनों विस क्षेत्र नक्सल प्रभावित है. वहीं पूर्वी चंपारण लोस का चुनाव 12 मई को है. चुनाव में नक्सली व उपद्रवियों से निबटने के लिए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम रहेगा. इसके लिए अर्धसैनिक बलों की 56 कंपनियां मिल रही है. इसके अलावे एसटीएफ व कोबरा बटालियन भी रहेगा.