बेबी देवी की मदद को उठ रहे कई हाथ

रक्सौल : 11 जनवरी को शहर के कोइरिया टोला में सड़क हादसे का शिकार बेबी देवी की मदद के लिए कई लोग सामने आने लगे है. प्रभात खबर के द्वारा 15 जनवरी के अंक में प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशन के बाद कई संगठनों ने इस बेबस परिवार के मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2018 5:43 AM

रक्सौल : 11 जनवरी को शहर के कोइरिया टोला में सड़क हादसे का शिकार बेबी देवी की मदद के लिए कई लोग सामने आने लगे है. प्रभात खबर के द्वारा 15 जनवरी के अंक में प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशन के बाद कई संगठनों ने इस बेबस परिवार के मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. इस बीच मंगलवार को युवा जन कल्याण संगठन के द्वारा दूसरी बार पीड़ित परिवार को उनकी जरूरत के हिसाब से ब्लड डोनेट किया गया तथा नकद पैसा देकर भी आर्थिक सहयोग किया गया.

इस दौरान संगठन के सदस्य व पटना हाइकोर्ट के वकील अंशुमान सिंह के द्वारा दी गयी पांच हजार की राशि तथा संगठन के लोगों के द्वारा जमा की गयी चार हजार रुपये की राशि सहित कुल नौ हजार रुपये का सहयोग किया गया. वहीं संगठन के कार्यकर्ताओं के द्वारा बेबी देवी के इलाज में सहयोग के लिए तीन यूनिट बी पॉजिटिव ब्लड भी दिया गया है.

यहां बता दे कि युवा जनकल्याण संगठन ने पूर्व में भी 5100 रुपये का सहयोग किया था. मौके पर संगठन के अध्यक्ष जियाउल हक, सैफुल आजम, अजीजुल हक, विजय शर्मा, गुड्डू मियां, प्रदीप कुमार, तबरेज आलम, आलोक पांडेय, मो. मुसर्रफ, मो. अलि सहित अन्य मौजूद थे.

इधर, दूसरी ओर इंडो-नेपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राज कुमार गुप्ता की पत्नी व कपड़ा बैंक की निदेशिका ज्योति राज ने भी पीड़िता से मिल कर उसका हाल चाल जाना और इलाज में सहयोग के लिए 11 हजार रुपये की आर्थिक मदद की. इस दौरान उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आगे जैसी भी जरूरत होगी इसमें हर संभव मदद की जायेगी. यहां बता दे कि अब तक अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने 11 हजार रुपये, युवा जनकल्याण संगठन ने 14100, ज्योति राज ने 11 हजार रुपये तथा रक्सौल थानाध्यक्ष ने इलाज में 20 हजार रुपये का सहयोग किया है.
हादसे के बाद बेबी देवी का एक पैर काटना पड़ा है. जबकि दूसरे पैर में भी मांस पूरी तरह से खराब हो गया है, जिसका ऑपरेशन किया गया है. इसके बाद बेबी को अब खड़ा होने में लंबा वक्त लगेगा और लाखों का खर्च आयेगा. ऐसे में इस बेबस परिवार को आर्थिक मदद की दरकार है.

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