अपराधियों के पास से एक पिस्टल पांच गोली, बाइक व मोबाइल बरामद

पुलिस को हाथ लगे ठोस साक्ष्य चलेगा स्पीडी ट्रायल मोतिहारी : मधुबन के कपड़ा व्यवसायी उमेश प्रसाद व राजेपुर के खाद व्यवसायी जयचंद्र प्रसाद से 50-50 लाख की रंगदारी मांगने वाले दो शातिर अपराधी हथियार व कारतूस के साथ पकड़े गये. उनके पास से दोनों व्यवसायियों से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल व चोरी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2018 5:20 AM

पुलिस को हाथ लगे ठोस साक्ष्य चलेगा स्पीडी ट्रायल

मोतिहारी : मधुबन के कपड़ा व्यवसायी उमेश प्रसाद व राजेपुर के खाद व्यवसायी जयचंद्र प्रसाद से 50-50 लाख की रंगदारी मांगने वाले दो शातिर अपराधी हथियार व कारतूस के साथ पकड़े गये. उनके पास से दोनों व्यवसायियों से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल व चोरी की एक बाइक बरामद हुआ है.
एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने घटना में संलिप्तता स्वीकारी है. बताया कि रंगदारी मांगने के बाद अपराधियों ने प्रयुक्त मोबाइल सहित सिम को तोड़कर फेंक दिया था. गिरफ्तारी के बाद निशानदेही पर पुलिस ने मनपुरवा मठ से टूटा मोबाइल व सिमकार्ड बरामद किया गया. दोनों अपराधियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य मिले है. उसके आधार पर स्पीडी ट्रायल के तहत उन्हें सजा दिलायी जायेगी. गिरफ्तार अपराधियों ने मधुबन के कृष्णानगर का सुशील कुमार पटेल व राजेपुर के फाजिलपुर का राजेश राय है. आगे बताया कि सुशील डकैती व रंगदारी मामले में पहले से जार्चसीटेड है.
वहीं राजेश पर उत्तर बिहार के तीन जिलों के विभिन्न थानों में हत्या, लूट व रंगदारी के करीब दो दर्जन मामले दर्ज है. सभी आपराधिक मामलों में वह चार्जशीटेड भी है. दोनों एक संगठित गिरोह बनाकर व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने की प्लानिंग बनायी थी, लेकिन अपने मकशद में कामयाब नहीं हो सके. पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर चिह्नित कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी में पकड़ीदयाल डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय, राजेपुर थानाध्यक्ष ललित कुमार, मधुबन थानाध्यक्ष अमित कुमार व दारोगा एजाज आलम शामिल थे.
अपराधियों के पास से पुलिस ने एक रेगुलर पिस्टल, पांच कारतूस, घटना में प्रयुक्त मोबाइल के अलावा दो अन्य मोबाइल व एक चोरी की बाइक बरामद हुई है. बरामद बाइक के संबंध में छानबीन की जा रही है.
दोनों व्यवसायियों ने रंगदारी मांगने वाले अपराधियों की आवाज को मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया था. रिकॉर्ड की गयी आवाज के आधार पर पुलिस अपराधियों तक पहुंची. एसपी ने कहा कि एफएसएल से रिकॉर्ड की जांच करायी जायेगी.
राजेश के शागिर्दों पर है पुलिस की नजर
कुख्यात कुणाल सिंह, टुन्ना सिंह सहित अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद अपराधी की खाली पृष्ठभूमि का फायदा उठा राजेश ने अपने सागिर्दो के साथ मिलकर गिरोह को एक्टिव किया था. पुलिस ने उसके सागिर्दो की लीस्ट तैयार की है. उसके करीब रहने वाले ललन कुशवाहा, उमेश कुमार, रौशन कुमार, अनील कुमार, चंदन कुमार व श्यामनंदन कुशवाहा के अलावे अन्य बदमाशों पर पुलिस की पैनी नजर है. पुलिस उनके संबंध में यह पता लगा रही है कि जमानत पर छूटने के बाद क्या कर रहे हैं.
रंगदारों के निशाने पर मधुबन
नकाबपोश अपराधियों ने गैस एजेंसी से लूटे "1.70 लाख

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