तीन अभियंता, ईओ व मुख्य पार्षद पर दर्ज होगी प्राथमिकी
योजना 2009 और 2010 में हुई कार्यान्वित डीएम ने ईओ को दिया प्राथमिकी का निर्देश मोतिहारी : चकिया नगर पंचायत में योजनाओं के क्रियान्वयन में अभियंता व ईओ की लापरवाही के बाद विभाग प्राथमिकी की तैयारी में है. योजना 2009-10 का है. परिवादी जितेंद्र कुमार पांडेय की शिकायत जांच के बाद सरकार के अवर सचिव […]
योजना 2009 और 2010 में हुई कार्यान्वित
डीएम ने ईओ को दिया प्राथमिकी का निर्देश
मोतिहारी : चकिया नगर पंचायत में योजनाओं के क्रियान्वयन में अभियंता व ईओ की लापरवाही के बाद विभाग प्राथमिकी की तैयारी में है. योजना 2009-10 का है. परिवादी जितेंद्र कुमार पांडेय की शिकायत जांच के बाद सरकार के अवर सचिव रामदेव प्रसाद के निर्देश के आलोक में मामले के समीक्षोपरांत डीएम रमण कुमार ने चकिया ईओ को तीन अभियंता, तत्कालीन मुख्य पार्षद व ईओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. मिली जानकारी के अनुसार डूडा व अन्य योजना से चकिया नगर पंचायत में अप्रैल 2009 से नवंबर 2009 तक करीब 21 योजनाओं का कार्यान्वयन हुआ.
17 योजना की जांच में मेटल की मोटाई 25 एमएम कम मिली और चार योजना में सतह क्षतिग्रस्त पाया गया. जांच में पाया गया कि योजना का अनुपालन व तकनीकी पर्यवेक्षक अभियंता, मुख्य पार्षद व ईओ द्वारा लापरवाही बरती गयी है, जिसके कारण कार्य ठीक से नहीं हो पाया है.
इनलोगों पर होगी प्राथमिकी
तत्कालीन मुख्य पार्षद शत्रुघ्न प्रसाद, तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी शंभु कुमार, जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता रत्नेश कुमार, रक्सौल के तत्कालीन जेइ अजय शंकर, जिप के तत्कालीन जेई तौकीर अहमद सिद्दीकी पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. उल्लेखित जेइ उस समय चकिया नगर पंचायत में संचालित होनेवाली योजनाओं का देख-रेख कर रहे थे. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कार्य किसी वर्ष का हो अगर गड़बड़ी पायी जायेगी, तो प्राथमिकी दर्ज होगी.
इन योजनाओं में हो रही कार्रवाई
वर्ष 2009-10 में चकिया नगर पंचायत संचालत योजना संख्या 4, 7, 14, 15, 40, 41, 42, 44, 49, 60, 61, 68, 71, 77, 78, 87, 93 आदि है. इन योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर जितेंद्र कुमार पांडेय ने जिला से लेकर राज्य स्तर तक शिकायत की थी, जिसमें यह कार्रवाई की जा रही है.