कॉशन मेमो की अनदेखी कर दौड़ी धुलियान, बाल बाल बचे 40 मजदूर

राजनगर : रेलवे ट्रैक की मरम्मत काम करा रहे पीडबल्यू आई की तत्परता के कारण मधुबनी जयनगर रेल खंड पर मंगलवार को एक बड़ा हादस टल गया. ट्रैक पर काम कर रहे 40 मजदूरों की जान बाल – बाल बची. बताया जा रहा है कि मंगलवार की दोपहर राजनगर गुमटी के समीप रेलवे ट्रैक पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2018 4:58 AM

राजनगर : रेलवे ट्रैक की मरम्मत काम करा रहे पीडबल्यू आई की तत्परता के कारण मधुबनी जयनगर रेल खंड पर मंगलवार को एक बड़ा हादस टल गया. ट्रैक पर काम कर रहे 40 मजदूरों की जान बाल – बाल बची. बताया जा रहा है कि मंगलवार की दोपहर राजनगर गुमटी के समीप रेलवे ट्रैक पर काम चल रहा था. इसमें करीब 40 मजदूर लगे थे.

लाल झंडा भी लगा था. करीब बारह बजे हावड़ा से जयनगर तक जाने वाली धुलियान ट्रेन तेज गति से निकलने लगी. ट्रेन की गति कम नहीं होते देख पीडब्ल्यूआई पंकज कुमार भारती ने चिल्लाकर मजदूरों को भागने को कहा. इसमें करीब छह मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इसके बाद पीडब्ल्यूआइ ने वाकी टॉकी से गार्ड को इसकी जानकारी दी.
कौसन मेमो की…
इसके बाद इमरजेंसी वार्ड लगाकर ट्रेन रोकी गयी. इमरजेंसी ब्रेक लगते ही यात्रियों में अफरा तफरी मच गयी. जिस समय यह घटना घटी, उस समय ट्रेन में सैकड़ों यात्री यात्रा कर रहे थे.
कंट्रोल रूम को भी दी गयी जानकारी
स्टेशन मास्टर संजीत कामत ने बताया कि मुझे 12. 5 बजे घटना की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि कौसन तीन जगह लगा था. घटना कौसन 26/1 से 26/ 0 पर घटना घटी है, जहां ट्रेन की गति सीमा 20 किलोमीटर निर्धारित थी.
जयनगर- मधुबनी रेलखंड पर
राजनगर के समीप घटी घटना
चालक को मधुबनी में मिल गया था कॉशन मेमो
पीडब्लूआई पंकज कुमार भारती ने बताया कि आउटर सिग्नल के पहले लाल झंडा लगा दिया गया था. चालक के द्वारा कॉशन का पालन नहीं करने के कारण घटना घटी. जबकि मधुबनी स्टेशन से चालक को कॉशन मेमो दिया गया था कि किस जगह किस गति से ट्रेन चलानी है. जहां काम चल रहा था वहां 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी लानी थी. पर चालक ने ऐसा नहीं किया. इस घटना में कार्यरत कर्मी अमित कुमार, प्रकाश किस्कु, कैलाश कुमार, पवन सिंह, श्याम कुमार, अंगद कुमार, आसिम सिंह, संदीप, शशि कुमार , मुन्ना कुमार घायल हो गये.

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