पीएम कौशल विकास योजना के नाम पर ठगी की कोशिश
मोतिहारी : सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर बेरोजगार युवकों को ठगने का खेल शुरू हुआ है. एक संस्था द्वारा जिले के एक युवक को नियुक्ति पत्र देकर उससे 21 सौ रुपये की मांग की गयी. हालांकि निरंजन कुमार गोस्वामी नामक उक्त युवक ने होशियारी दिखायी और जिला नियोजनालय से […]
मोतिहारी : सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर बेरोजगार युवकों को ठगने का खेल शुरू हुआ है. एक संस्था द्वारा जिले के एक युवक को नियुक्ति पत्र देकर उससे 21 सौ रुपये की मांग की गयी. हालांकि निरंजन कुमार गोस्वामी नामक उक्त युवक ने होशियारी दिखायी और जिला नियोजनालय से संपर्क किया. तब जाकर पता चला कि यह तो सरासर ठगी है.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से मिलते-जुलते नाम वाले प्रधान मिशन कौशल विकास योजना(पीएमकेवीवाई) की ओर से यह नियुक्ति
पीएम कौशल विकास
पत्र जारी किया गया. मामला उस वक्त प्रकाश में आया जब उक्त योजना के नाम से ग्राहक सेवा प्रतिनिधि पद के लिए मोतिहारी के निरंजन कुमार गोस्वामी को नियुक्ति पत्र मिला. इसके तहत बताया गया कि 24 हजार पांच सौ रुपये मासिक वेतन मिलेंगे. यहां तक तो ठीक था. लेकिन, जब नियुक्ति पत्र में रजिस्ट्रेशन के लिए 21 सौ रुपये देने को कहा गया, तो वह युवक जिला नियोजनालय पहुंचा और इसकी जानकारी अधिकारी को दी. जहां अधिकारी ने भी इसे फर्जी करार दिया. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को रोजगारोन्मुखी बनाने पर जोर दिया जाता है, न कि नौकरी दी जाती है. जिला नियोजन पदाधिकारी भरत जी राम ने बताया कि प्रधान मिशन कौशल विकास नाम से कोई योजना संचालित नहीं है. ऐसे में यह नियुक्ति पत्र फर्जी है. ऐसे धंधेबाजों के खोज के लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है.
संस्था के नाम पहले भी शिकायत
प्रधान मिशन कौशल विकास योजना के खिलाफ पहले भी देश के दूसरे राज्यों के युवाओं ने शिकायत दर्ज करायी थी. संस्था की ओर से वेबसाइट पर विज्ञापन जारी किया जाता है और बेरोजगारों को नियुक्ति पत्र देकर इसके एवज में उनसे खाते में राशि डालने को कही जाती है. कुछ दिन पहले हरियाणा की अंजलि राय ने नेशनल कन्ज्यूमर कंपलेंट फोरम में शिकायत दर्ज करायी थी.
नियुक्ति पत्र के बाद रजिस्ट्रेशन
के लिए 21 सौ रुपये की मांग
नियोजनालय पहुंचा युवक, तो मामले का हुआ खुलासा
युवक का रजिस्ट्रेशन नंबर हैक होने की शंका
श्रम संसाधन विभाग की वेबसाइट है एनसीएस पोर्टल. इस पर रोजगार को इच्छुक युवा रजिस्ट्रेशन कराते हैं. मामले के अनुसार, जालसाज हर वो कोशिश में लगे हैं, जिससे युवाओं को मोहरा बनाकर मोटी रकम एंठी जा सके. जिला नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि उक्त युवक द्वारा दिए गए आवेदन या उससे पूछ कर जालसाजों द्वारा उसका नंबर हैक कर लिया गया होगा.