मधुबन : राजेपुर के सगहरी से हत्या के बाद बरामद दो शवों की नहीं हुई पहचान
राजेपुर के सगहरी से हत्या के बाद बरामद दो शवों की नहीं हुई पहचान मधुबन : शिवहर-मुजफ्फरपुर के सीमावर्ती इलाका राजेपुर के सगहरी गांव से चार व पांच जुलाई को बरामद दो शवों की पहचान नहीं हो पायी. राजेपुर पुलिस ने 72 घंटे के बाद दोनों शवों को डिस्पोजल कर दिया. पेट फाड़कर हत्या के […]
राजेपुर के सगहरी से हत्या के बाद बरामद दो शवों की नहीं हुई पहचान
मधुबन : शिवहर-मुजफ्फरपुर के सीमावर्ती इलाका राजेपुर के सगहरी गांव से चार व पांच जुलाई को बरामद दो शवों की पहचान नहीं हो पायी. राजेपुर पुलिस ने 72 घंटे के बाद दोनों शवों को डिस्पोजल कर दिया. पेट फाड़कर हत्या के बाद बागमति की पुरानी धारा में फेंके गये शव की गुत्थी सुलझाने में पुलिस जांच का दायरा शिवहर व मुजफ्फरपुर के तरफ मोड़ चुकी है.
हालांकि घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. घटना के बाद सीमावर्ती जिलों व पूर्वी चंपारण के अन्य थानों में सूचना दिये जाने के बाद भी शव की पहचान के लिये कोई व्यक्ति सामने नहीं आया, जिससे सवाल उठने लगा है कि आखिर दो शवों कहां से कैसे लाया गया. हत्या किन कारणों से की गयी. घटना उद्भेदन व हत्या के रहस्य को उजागर करना पुलिस किसी चुनौती से कम नहीं है.
मुजफ्फरपुर अहियापुर से गायब चार लोग गायब, एक का शव हो चुका है बरामद : शव बरामद होने के बाद राजेपुर मुजफ्फरपुर के अहियापुर के दादर से गायब युवकों के संदर्भ में पता लगाया. अहियापुर पुलिस को सूचना दी गयी, लेकिन इन दोनों शवों की शिनाख्त नहीं हो पायी. हालांकि मीनापुर से बरामद एक शव जिसका भी पेट फाड़ा गया था. उसकी शिनाख्त हो चुकी है. अहियापुर से गायब चार में तीन लोग अब भी लापता है.
शवों के रहस्य के उद्भेदन के लिये पुलिस अंधेरे में चला रही तीर : दो युवकों के हत्याकांड के उद्भेदन के लिये पुलिस पूर्वी चंपारण के अलावा सीमावर्ती शिवहर व मुजफ्फरपुर जिले में अंधेरे में तीर चला रही है. पुलिस मामले में कई पहलुओं पर जांच का दायरा बढ़ा कर काम रही है.हालांकि मामले में अभी तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल पायी है.
क्या कहती है पुलिस
राजेपुर थानाध्यक्ष ललित कुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल नियमानुसार शवों को डिस्पोजल कर मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. जांच का दायरा जिले के अलावे शिवहर व मुजफ्फरपुर में बढ़ाया गया है. बहुत जल्द हत्याकांड का निष्कर्ष निकाल लिया जायेगा. पर्दे के पीछे छिपे अपराधियों का चेहरा बेनकाब कर दिया जायेगा.