घायल के पहुंचने से पहले ही बना दिया ओडी स्लिप

मोतिहारी : सदर अस्पताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. मामला सुगौली के डुमरी गांव का है. शनिवार को घायल सदर के लिए चला. उसे विरोधियों पर केस करना था. अस्पताल पहुंचने से पहले ही सेटिंग-गेटिंग कर ली. चिकित्सक ने भी मरीज को बिना देखे ही उसका ओडी स्लिप काट दिया. ओडी स्लिप यानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2018 4:21 AM

मोतिहारी : सदर अस्पताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. मामला सुगौली के डुमरी गांव का है. शनिवार को घायल सदर के लिए चला. उसे विरोधियों पर केस करना था.

अस्पताल पहुंचने से पहले ही सेटिंग-गेटिंग कर ली. चिकित्सक ने भी मरीज को बिना देखे ही उसका ओडी स्लिप काट दिया. ओडी स्लिप यानी पुलिस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट. इतना ही नहीं करीब 25 घंटे तक ओडी स्लिप संबंधित कर्मी अपने जेब में लेकर घूमता रहा. उसके बाद डॉक्टर ने उसका इलाज किया. यह खेल शनिवार को पूरे दिन चलता रहा. अगले दिन रविवार दोपहर बाद ओडी स्लिप लेकर संबंधित कर्मचारी सदर अस्पताल स्थित पुलिस कैंप पहुंचा. इसके बाद उन्होंने बैक डेट में पुलिस से ओडी स्लिप रिसीव करने को कहा, लेकिन पुलिस इंकार कर गयी. पुलिस के पास ओडी स्लिप जब पहुंचा, उस समय व दिन पर उसने रिसीव किया. सूत्र के मुताबिक इस खेल के पीछे एक बड़ा सिंडिकेट अस्पताल में सक्रिय है, जो झूठा केस बनाने अस्पताल में आते हैं, उनको अपने गिरफ्त में लेकर सेटिंग-गेटिंग कर काम आसान करता है.
ओडी स्लिप तैयार होने के आधे घंटे बाद कटी परची : ओडी स्लिप शनिवार दोपहर 2:01 मिनट पर कटा है, जबकि मरीज ने आधे घंटे बाद 2:31 मिनट पर परची कटवायी है. यह नियम खिलाफ है. पहले मरीज को परची कटवानी होती है, उसके बाद डॉक्टर को मरीज का इलाज कर ओडी स्लिप पुलिस के पास भेजना है. उसके बाद आवेदन दिया जाता है.
ओडी स्लिप के पहले पुलिस के पास पहुंचा आवेदन : घायल रविवार को आवेदन लेकर पुलिस कैंप में पहुंचा. पुलिस ने कहा कि अभी ओडी स्लिप नहीं आया है. बहस चल ही रही थी कि शनिवार को कटा ओडी स्लिप लेकर एक कर्मचारी पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने शनिवार डेट में ओडी स्लिप नहीं रिसीव किया. पुलिस ने रविवार 3:50 मिनट पर ओडी स्लिप रिसीव किया.
दो डॉक्टर नहीं बनायेंगे जख्म रिपोर्ट, लगी रोक
सदर अस्पताल में जख्म प्रतिवेदन बनाने में मिल रही गड़बड़ी को लेकर सिविल सर्जन ने तत्काल दो डॉक्टरों पर कार्रवाई की है. डाॅ पीकेपी सिंह व अमित कुमार के द्वारा जख्म प्रतिवेदन बनाने पर रोक लगा दी गयी है. सीएस के पास ऐसी शिकायत मिली थी कि जख्म प्रतिवेदन में सेटिंग-गेटिंग का खेल चल रहा है. जांच में मामला सही पाये जाने पर चिह्नित डॉक्टरों को जख्म प्रतिवेदन से अलग रखा गया है.

Next Article

Exit mobile version