मोतीहारीः जिले में एइएस ने दी दस्तक, बीमारी से दो बच्चों ने तोड़ा दम

-केजरीवाल अस्पताल में कराया गया था भरती- मधुबनः जिले में भी एइएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) का कहर शुरू हो गये है. इस मधुबन व मेहसी के एक-एक बच्चे की मौत गुरुवार को इस बीमारी की चपेट में आने से हो गयी. वहीं, सतर्कता बरतते हुए मेडिकल टीम को प्रभावित गांव में जांच के लिए भेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2014 5:49 AM

-केजरीवाल अस्पताल में कराया गया था भरती-

मधुबनः जिले में भी एइएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) का कहर शुरू हो गये है. इस मधुबन व मेहसी के एक-एक बच्चे की मौत गुरुवार को इस बीमारी की चपेट में आने से हो गयी. वहीं, सतर्कता बरतते हुए मेडिकल टीम को प्रभावित गांव में जांच के लिए भेज दिया गया है.

जानकारी के अनुसार, मधुबन प्रखंड क्षेत्र के नारायणपुर के मो नूर आलम के चार वर्षीय पुत्र मो इब्रान की मौत हो गयी. गुरुवार सुबह अचानक बच्चे के शरीर के ऊपरी भाग में चमकी आने के बाद परिजन आनन-फानन में उसे मुजफ्फरपुर ले गये. जहां रात्रि में केजरीवाल अस्पताल में बच्चे ने दम तोड़ दिया. बच्चे की अचानक मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है. बच्चे का पिता मो नूर आलम परदेश में रह कर मजदूरी करता है. उक्त परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है. मृत बालक का अंतिम क्रिया शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा किया गया. वह नूर आलम की चार संतानों में सबसे छोटा था. सभी बच्चे अभी नादान है. बच्चे की मां समीरा खातून का रो रो कर बूरा हाल है. समीरा व उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि बुधवार की रात गरमी अधिक होने से सभी खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं.

गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे पूरा परिवार सोकर जगा तो इब्रान के शरीर का ऊपरी हिस्सा चमकते देखा. वहीं, शरीर का नीचे का हिस्सा ठंडा था, जबकि ऊपरी भाग तप रहा था. लोग आनन-फानन में उसे लेकर मधुबन के निजी चिकित्सकों के पास पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने देखते ही उसे तत्काल मुजफ्फरपुर ले जाने की सलाह दी. इसके बाद लोग उसे मुजफ्फरपुर स्थित एक निजी क्लिनिक में ले गये. वहां के चिकित्सक ने उसे केजरीवाल अस्पताल रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान रात्रि दस बजे उसकी मौत हो गयी. बच्चे के साथ गांव के मंसूर साथ गये थे. उन्होंने बताया कि बच्चे की मौत के बाद केजरीवाल के स्टाफ द्वारा पुरजा ले लिया गया. परिजनों ने बताया कि मो. इब्रान बुधवार को पूरे दिन धूप में खेलता रहा व बगल के चापाकल पर स्नान किया. रात्रि में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ओस में सोया था. उधर, मेहसी में भी इस बीमारी के चपेट में आने से बच्ची अफसाना खातून पुत्री मो लाडले की भी मौत गुरुवार को गयी.

क्या है पारिवारिक स्थिति

मृत बालक का परिवार निर्धन है. जिसका घर फूस का है. घर के आंगन में चापाकल है. जिसके पानी की खुल्ला टंकी आंगन के एक किनारे में है. वहीं घर के पीछे आम का बगीचा है.

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