मोतिहारी : अनेकता में एकता हमारे देश की विशेषता है. देश के विभिन्न प्रांतों में लोगों का रहन-सहन, खान-पान व परिधान अलग है, फिर भी भारत एक है.
इसकी सुंदरता विश्व के किसी भी देश में नहीं है. भारत एक है और इसे श्रेष्ठ बनाने के पथ पर सभी अग्रसर हैं. यह बातें राज्यपाल लालजी टंडन ने बुधवार को कहीं. वे एमएस काॅलेज के सभागार में एनसीसी की ओर से संचालित एक भारत-श्रेष्ठ भारत कैंप के 11वें दिन देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये कैडेटों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि हमें उनलोगों को याद करना चाहिए, जिन्होंने हमारे वर्तमान भूगोल को बनाया. इसके लिए हमें सरदार पटेल को प्रणाम करना चाहिए. प्रधानमंत्री का लक्ष्य श्रेष्ठ भारत बनाना है. एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसे छोटे-छोटे नारे हमें बड़े संदेश देते हैं. महामहिम ने कहा कि भारत सामाजिक एकता, सबका साथ सबका विकास सूत्रों के साथ देश श्रेष्ठ भारत बनने की ओर अग्रसर है.
उन्होंने कैडेटों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ये युवा कैडेट हमारे देश में दूसरी पंक्ति के सिपाही हैं और इनका जन्म ही भारत की रक्षा के लिए हुआ था. कहा कि अपने सैनिकों के बल पे देश ऊंचाई छू रहा है और विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बना रहा है. हम विश्व की बड़ी शक्तियों में तीसरे या चौथे स्थान पर पहुंच गये हैं. अमेरिका व रूस की चर्चा करते हुए कहा भारत आत्मनिर्भर बन रहा है.
ये कैडेट्स देश की जरूरत हैं और अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए भविष्य के दुश्मनों से लोहा लेंगे. एनसीसी के माध्यम से कैडट प्रारंभिक सैन्य शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित हो रहे हैं. उन्होंने इनका विकास व हौसला अफजायी करने के साथ इनकी प्रतिभा को प्रखर बनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज हमारी जल, थल व वायु सेना किसी भी देश से पीछे नहीं है. यह हमारे लिए गर्व की बात है. इसको बरकरार रखने के लिए मैन पावर की आवश्यकता है, जो कैडेट पूरा करेंगे.