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पत्नी के मायके की संपत्ति के लालच में गला दबा कर मार डाला, दूसरी औरत से था नाजायज संबंध

मोतिहारी : एक शराबी पति ने ससुराल में पत्नी की गला दबा हत्या कर दी. घटना को अंजाम देकर पति ससुराल से फरार हो गया. बच्चों के रोने की आवाज सुनकर परिजनों की नींद खुली, तो देखा कि रिंकू मृत पड़ी है. बच्चों ने परिजनों को बताया कि पापा ने मम्मी को मार डाला. घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2018 10:15 AM

मोतिहारी : एक शराबी पति ने ससुराल में पत्नी की गला दबा हत्या कर दी. घटना को अंजाम देकर पति ससुराल से फरार हो गया. बच्चों के रोने की आवाज सुनकर परिजनों की नींद खुली, तो देखा कि रिंकू मृत पड़ी है. बच्चों ने परिजनों को बताया कि पापा ने मम्मी को मार डाला. घटना लखौरा थाने के बड़ा पकही गांव की है. घटना की सूचना पर लखौरा थानाध्यक्ष पवन कुमार ने दलबल के साथ पहुंच रिंकू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है.

जानकारी के अनुसार रिंकू की शादी वर्ष 2006 में लखौरा के धूमनगर निवासी दीपक उर्फ मोहन यादव के साथ हुई थी. रिंकू अपने मां-बाप की इकलौती संतान थी. शादी सात-आठ साल तक सब कुछ ठीक रहा. दो बच्ची और एक पुत्र को रिंकू ने जन्म दिया. पोस्टमार्टम कराने आये रिंकू के मायके वालों ने बताया कि दीपक शराबी है. हमेशा शराब की नशे में धुत रहता है. उसका एक दूसरी औरत से भी संबंध हो गया. रिंकू इसका विरोध करने लगी. इसके कारण दोनों के रिश्ते बिगड़ गये. दीपक और उसके पिता रामप्रीत यादव दहेज में मायके की जमीन और तमाम संपत्ति अपने नाम कराने के लिए उस पर दबाव बनाने लगे. उसने इनकार किया, तो मारपीट के साथ जिंदा जलाने की धमकी देते थे. इसको लेकर रिंकू ने लखौरा थाने में पति के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी.

इधर, पांच-छह महीना पहले एक साजिश के तहत दीपक ने रिंकू को बहला-फुसला कर विश्वास जमा लिया. उसके बाद गला दबा उसकी हत्या कर दी. घटना को लेकर मृतका की मां उर्मिला देवी ने थाने में आवेदन देकर दामाद दीपक उर्फ मोहन यादव व समधी रामप्रीत यादव को आरोपित करते हुए प्राथमि की दर्ज करायी है. थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि आरोपित घर छोड़ फरार है. उसकी गिरफ्ता री के लिए छापेमारी की जा रही है.

ज्यादातर मायके में ही रहती थी रिंकू, मां-बाप की थी इकलौती संतान

रिंकू अपनी मां-बाप की इकलौती संतान थी. उसकी जमीन-जायजाद पर पति सहित ससुराल वालों की नजर थी. इकलौती संतान होने के कारण उसका ज्यादातर समय मायके में गुजरता था. पति और ससुर मायके की संपत्ति अपने नाम कराने के लिए उस पर दबाव देने लगे. इनकार करने पर उसे साजिश के तहत ससुराल पहुंच दीपक ने गला दबा उसे मार डाला.

बच्चों ने की मां को बचाने की कोशिश

एक ही कमरे में दीपक, रिंकू और उसके बच्चे सो रहे थे. दीपक ने रिंकू का जब गला दबाया, तो बच्चों की नींद खुल गयी. बच्चों ने मां को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन दीपक के सिर पर खून सवार था. उसे बच्चों पर तनिक भी तरस नहीं आयी. बच्चे रोते रहे और उसने उनकी आंखों के सामने रिंकू की गला दबा हत्या कर दी. रिंकू की पुत्री सपना, कल्पना और तीन साल के पुत्र श्याम सुंदर के शोर मचाने पर परिजनों की नींद खुली, तब तक दीपक भाग चुका था.

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