सड़क हादसे में मोतिहारी के अधिवक्ता व पुत्री की मौत
मोतीपुर : एनएच 28 पर मोतीपुर थाना क्षेत्र के बर्जी चौक के समीप गुरुवार की अहले सुबह मुजफ्फरपुर से मोतिहारी की तरफ जा रही एक मारुति कार सड़क पर खड़े ट्रक से टकरा गयी. सड़क हादसे में मोतिहारी बार एसोसिएशन के सहायक सचिव सह वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक शर्मा की मौके पर ही मौत हो गयी, […]
मोतीपुर : एनएच 28 पर मोतीपुर थाना क्षेत्र के बर्जी चौक के समीप गुरुवार की अहले सुबह मुजफ्फरपुर से मोतिहारी की तरफ जा रही एक मारुति कार सड़क पर खड़े ट्रक से टकरा गयी. सड़क हादसे में मोतिहारी बार एसोसिएशन के सहायक सचिव सह वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक शर्मा की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि इलाज के लिए ले जाने के दौरान उनकी 13 वर्षीय पुत्री श्रुति कुमारी ने दम तोड़ दिया. हादसे में अमित भी गंभीर रूप से जख्मी है.
वह अशोक शर्मा के साथ गाड़ी में सवार था. अमित उनका किरायेदार बताया जाता है. एसकेएमसीएच में भर्ती अमित की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. मृतक अशोक शर्मा मोतिहारी के जाने माने अधिवक्ता श्रीनारायण शर्मा के पुत्र थे. वह मुजफ्फरपुर के संजय सिनेमा रोड में स्थित अपने ससुराल से सास के श्राद्धकर्म से वापस अपने घर मोतिहारी के चांदमारी मोहल्ला लौट रहे थे.
मोतीपुर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. दुर्घटनाग्रस्त कार और ट्रक को जब्त कर लिया गया है. मोतिहारी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.
जानकारी के अनुसार, अशोक शर्मा अपने परिवार के साथ अपनी सास के श्राद्धकर्म में भागलेने मुजफ्फरपुर गये थे. पत्नी को मायके में छोड़कर पुत्री व अमित के साथ गुरुवार की सुबह कार से मोतिहारी लौट रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार से एक अन्य गाड़ी ने साइड ली. इसी दौरान सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में कार पीछे से घुस गयी. हादसे में कार के परखच्चे उड़ गये, अशोक शर्मा की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि पुत्री और एक अन्य गाड़ी में ही फंस गये. आस पास के लोगों ने फंसे लोगों को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया.
ससुराल में पसरा सन्नाटा
अधिवक्ता अशोक शर्मा व उनकी बेटी श्रुति कुमारी की मौत के बाद उनके संजय सिनेमा रोड स्थित ससुराल में सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना की खबर मिलते ही ससुराल में मातम छा गया. ससुराल के लोगों को जैसे ही घटना की जानकारी हुई. वे घटना स्थल की ओर रवाना हो गये. इधर, जानकारी मिलने पर मोहल्ला के लोग उनके ससुराल में पहुंचने लगे. दोपहर में दरवाजा पर सन्नाटा छाया हुआ था. दरवाजा पर कुछ कुर्सी लगी हुई थी. लेकिन बच्चों को छोड़ कर वहां कोई भी मौजूद नहीं था. गम में डूबे ससुराल वालों ने कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया. एक बच्चे ने बताया कि पूरा परिवार शोक में डूबा है. अभी कोई कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है.