नेपाल में आंधी से 40 मरे मरनेवालों में पांच बिहार के
वीरगंज से मनोज नेपाल के बारा जिले में रविवार देर शाम करीब सात बजे प्रलयंकारी आंधी से भारी नुकसान हुआ है. कम-से-कम 40 लोगों के मरने की खबर है. सबसे अधिक नुकसान बारा जिले के फेटा गांवपालिका के भरवलिया व पुरैनिया गांव में हआ है. बताया जाता है कि यहां पर 90 फीसदी से अधिक […]
वीरगंज से मनोज
नेपाल के बारा जिले में रविवार देर शाम करीब सात बजे प्रलयंकारी आंधी से भारी नुकसान हुआ है. कम-से-कम 40 लोगों के मरने की खबर है. सबसे अधिक नुकसान बारा जिले के फेटा गांवपालिका के भरवलिया व पुरैनिया गांव में हआ है.
बताया जाता है कि यहां पर 90 फीसदी से अधिक मकान धराशायी हुए हैं. मकान गिरने से उसमें दब कर बारा जिले में 28 और पर्सा जिले में छह लोगों की मौत अब तक हुई है. मरने वालों सात भारतीय हैं, जिनमें पांच बिहार के हैं. वीरगंज, नारायणघाट व काठमांडों के अस्पतालों में 1000 से अधिक लोग भर्ती है.
केवल वीरगंज के अस्पतालों में 800 से अधिक लोग भर्ती हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब एक मिनट की आंधी अपने साथ बहुत कुछ ले गयी. स्थिति सामन्य होने पर लोगों ने देखा तो वे हतप्रभ रह गये. लोगों का आशियाना उजड़ चुका था. फूस व झोंपड़ी के मकान की बात कौन करे, पक्के मकानों की छत ध्वस्त हो चुकी थी.
एक मिनट में उजड़ गये सैकड़ों आशियाने
दैनिक काम निबटा कर लोग घर पहुंचने की तैयारी में थे. गांव में महिलाएं खाना बना रही थीं, तो परिवार के बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. इसी बीच एक मिनट की आंधी ने जिंदगी तबाह कर दी. इसकी भरपाई में काफी वक्त लग सकता है. लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला. बारा जिला के पुरैनिया व भरवलिया गांव में एक भी ऐसा परिवार नहीं है, जिसके यहां नुकसान नहीं हुआ हो. पुरैनिया में दो ऐसे परिवार हैं, जिनका परिवार ही आंधी में खत्म हो गया है.
यहां हुआ ज्यादा नुकसान
बारा जिला के चैनपुर, भरवलिया, पुरैनिया, सुखचैना, फेटा गांव में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. इन इलाकों में सबसे अधिक भौतिक व मानवीय क्षति हुई है. फिलहाल वीरगंज के अस्पतालों में इलाजरत लोगों में करीब 100 लोगों की हालत चितांजनक बनी हुई है.