गैस इन्सूलेटेड सिस्टम से बनेगा आधुनिक विद्युत उपकेंद्र
4000 किमी जर्जर तार बदले जाएंगे मोतिहारी व रक्सौल में सर्वाधिक रक्सौल अचंल में 900 किमी बदले जाएंगे तार तार टूटने के कारण बिजली बाधित समस्या से मिलेगी निजात मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिलें में अब कम लागत से आधुनिक सिस्टम पर आधारित गैस इन्सूलिटेड सिस्टम उपकेन्द्र (जीआईसी) की स्थापना होगी. बिहार में 35 जी.आई.सी […]
4000 किमी जर्जर तार बदले जाएंगे मोतिहारी व रक्सौल में
सर्वाधिक रक्सौल अचंल में 900 किमी बदले जाएंगे तार
तार टूटने के कारण बिजली बाधित समस्या से मिलेगी निजात
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिलें में अब कम लागत से आधुनिक सिस्टम पर आधारित गैस इन्सूलिटेड सिस्टम उपकेन्द्र (जीआईसी) की स्थापना होगी. बिहार में 35 जी.आई.सी सिस्टम के तहत उपकेन्द्र की स्वीकृति हुयी है.
जिसमें एक मोतिहारी में है, चुनाव बाद इस पर कार्य आरंभ किया जायेगा. इसके अलावें जिले में चार हजार किलों मीटर जर्जर तार शहर से गांव तक बदलने की प्रक्रिया आरंभ हो गयी है, जिसमें 900 किमीं रक्सौल अचंल में है. दिसंबर तक तार बदल दिया जायेगा. इसके बाद तार टूटने से बिजली बाधित होने की समस्या दूर होगी, यही नहीं टूटे तार की चिंगारी से घर व फसल जलने की समस्या भी समाप्त होगी. उपभोक्ताओं को मिल रही अनवरत बिजली आपूर्ति में और सुधार होगा.
कृषि फीडर कनेक्शन को 12,000 आवेदन
जिलें में कृषि फीडर के लिए लोग आवदेन दे रहे हैं, इसके तहत करीब 11,500 आवेदन विभाग को प्राप्त हुआ हैं. जिसमें मोतिहारी डीवीजन से करीब 2864 व रक्सौल 2382 आवेदन प्राप्त हुए है. जहां ढाका से 898, रक्सौल से 449, घोड़ासहन से 1035 है. जिसमें करीब 878 कों उक्त फीडर से कनेक्शन दिया गया व बाकी अंतिम रूप से प्रकियाधीन है. किसानों को इससे खेती के सिंचाई में सस्ते दर पर अधिक सुविधा मिलेगी.