चाकू से गर्दन काट ले ली जान

प्रदीप की गिरफ्तारी के बाद कांड का खुला राज मधुबन : दोस्त की प्रेमिका से प्यार करना मनीष कुमार सहनी को महंगा पड़ा. दोस्त की दगाबाजी से आहत जीतौरा कसवा टोला के प्रदीप सहनी ने अपने जिगरी दोस्त का अपहरण कर चाकू से गर्दन काट मौत के घाट उतार दिया. जितौरा के मनीष अपहरण व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2019 1:33 AM

प्रदीप की गिरफ्तारी के बाद कांड का खुला राज

मधुबन : दोस्त की प्रेमिका से प्यार करना मनीष कुमार सहनी को महंगा पड़ा. दोस्त की दगाबाजी से आहत जीतौरा कसवा टोला के प्रदीप सहनी ने अपने जिगरी दोस्त का अपहरण कर चाकू से गर्दन काट मौत के घाट उतार दिया. जितौरा के मनीष अपहरण व मर्डर मिस्ट्री को पुलिसएक सप्ताह के अंदर सुलझाने में कामयाब रही.
अपहरण कांड के नामजद आरोपी प्रदीप की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ. शुक्रवार को मनीष हत्याकांड में गिरफ्तार प्रदीप के खुलासे के बाद मधुबन थाने में पकड़ीदयाल डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि मनीष व प्रदीप दोनों जिगरी दोस्त थे. दोनों गुजरात व मुंबई में साथ -साथ रहते थे. गांव आने पर प्रदीप व मनीष अपने बड़े भाई लखींद्र सहनी के ससुराल शिकारगंज थाने के गोढिया हराज आता-जाता था.
इस बीच प्रदीप को वहां की एक लड़की से प्यार हो गया. इस बीच लड़की का चक्कर भी मनीष के साथ चलने लगा. दोनों दोस्त उस लड़की से फोन पर भी बात करते थे. इसकी भनक प्रदीप को लग गयी. एक रोज मनीष को उस लड़की के साथ रंगेहाथ देखने के बाद उसे काफी नागवार गुजरा, जिसके बाद उसने मनीष की हत्या की साजिश अपने तीन अन्य साथियों के साथ रची.
प्लान बनाने के बाद प्रदीप 14 अप्रैल को मनीष को बाइक पर बैठाकर मेला दिखाने कौलेश्वरी बाजार ले गया. वहां उसे पीपराकोठी थाने सीताकुंड बुलाकर ले गया. पहले से उसके तीनों साथी वहां मौजूद थे. शाम में सभी खूब खाया व पीया. रात में चारों साथी मिल प्रदीप की चाकू से गर्दन रेतने के बाद पेट फाड़कर मौत के घाट उतार दिया. उसके बाद शव को पीपराकोठी थाने के हथियाही गांव के शीतलपट्टी ढाव में गेहूं के खेत में गाड़ दिया.
डीएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद फिर दो तीन रोज के बाद प्रदीप गांव में आया. मनीष के बारे में गांव व उसके परिजनों ने पूछताछ की. मनीष की काफी खोजबीन की. इसके बाद मनीष की मां जमुनिया देवी 24 अप्रैल को थाने में मामला दर्ज कराया. अगले रोज मनीष का शव बरामद हुआ. छापेमारी में डीएसपी के अलावा थानाध्यक्ष अमित कुमार व सैप बल के जवान शामिल थे.

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