घरेलू हिंसा की शिकार हो रहीं महिलाएं, 10 दिनों में 10 की मौत
मोतिहारी : जागरूकता अभियान व सहायता के लिए स्थापित महिला हेल्प लाइन, महिला थाना व सरकार द्वारा आधी आबादी को अधिकार दिये जाने के बावजूद महिलाओं की हत्या व दुष्कर्म की घटनाएं नहीं रुक रही है. महिलाओं की हत्या दहेज को ले हो या मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों द्वारा बच्ची के साथ दुष्कर्म कर […]
मोतिहारी : जागरूकता अभियान व सहायता के लिए स्थापित महिला हेल्प लाइन, महिला थाना व सरकार द्वारा आधी आबादी को अधिकार दिये जाने के बावजूद महिलाओं की हत्या व दुष्कर्म की घटनाएं नहीं रुक रही है.
महिलाओं की हत्या दहेज को ले हो या मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों द्वारा बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की गयी हो. इन हत्याओं से समाज का विकृत रूप सामने आ रहा है. मां के रूप में पूजी जानेवाली महिलाएं भी गले में फंदा लगा आत्महत्या करने को विवश है या गला दबा कर हत्या कर दी जा रही है.
समाज के जागरूक पुरुष-महिलाओं को इसका समाधान ढूंढ़ना होगा. इन घटनाओं का कारण घरेलू हिंसा भी है, जिससे तंग होकर महिलाएं आत्महत्या को विवश हो रही है. आंकड़ों के अनुसार महिला हेल्प लाइन में अब तक जो मामले दर्ज हुए हैं, उसमें 70 प्रतिशत मामले महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा के है और 30 प्रतिशत मामले संपति व अन्य विवाद को लेकर है.
आंकड़ों पर गौर करें तो 10 दिनों में विभिन्न कारणों से 10 महिलाओं की हत्या कर दी गयी है. वहीं दुष्कर्मी ने एक बच्ची की गला घोंट हत्या कर दी तो दो अन्य दुष्कर्म के मामले जांच में है. स्थानीय लोगों के अनुसार दुष्कर्म मामले में पुलिस को पॉस्कों कानून के तहत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. दहेज हत्या भी समाज का घिनौना कृत उजागर करता है. इसके लिए समाज में जागरूकता की जरूरत है.