दिल्ली की घटना, मोतिहारी के कोचिंग संचालक ने पत्नी व तीन बच्चों को मार डाला
अरेराज/नयी दिल्ली : दिल्ली के महरौली में एक शख्स ने पत्नी और तीन बच्चों की गला काट कर हत्या कर दी. इस हत्या को उपेंद्र शुक्ला नाम के शख्स ने अंजाम दिया. 42 साल का उपेंद्र कोचिंग चलाता था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. उपेंद्र पूर्वी चंपारण के अरेराज (ममरखा) का रहने वाला […]
अरेराज/नयी दिल्ली : दिल्ली के महरौली में एक शख्स ने पत्नी और तीन बच्चों की गला काट कर हत्या कर दी. इस हत्या को उपेंद्र शुक्ला नाम के शख्स ने अंजाम दिया. 42 साल का उपेंद्र कोचिंग चलाता था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
उपेंद्र पूर्वी चंपारण के अरेराज (ममरखा) का रहने वाला है. पुलिस ने उपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है. अपना जुर्म कबूल करते हुए उसने खुद को डिप्रेशन का शिकार बताया.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया कि उपेंद्र ने पत्नी अर्चना, दो महीने की बेटी, पांच साल के बेटे और सात साल की बेटी की शुुक्रवार की देर रात गला काटकर हत्या कर दी. हत्या के समय आरोपी की सास महरौली में उसके दो कमरे के मकान में मौजूद थीं. शनिवार सुबह जब उपेंद्र ने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला, तो उसकी सास ने पड़ोसियों को इसकी सूचना दी. पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो उपेंद्र को शवों के साथ बैठा पाया.
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद उन लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. कुमार ने बताया कि एक लिखित नोट मिला है जिसमें उपेंद्र ने पत्नी और बच्चों की हत्या की बात कबूल की है. हालांकि उसने इसमें इसका कारण नहीं बताया है. अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच के अनुसार ये हत्याएं शुक्रवार की देर रात एक से डेढ़ बजे के बीच की गयी हैं. हत्या में इस्तेमाल चाकू जब्त कर लिया गया है.
जेएनयू से की पढ़ाई
पांच भाइयों में उपेंद्र सबसे छोटा है. उसने नवोदय विद्यालय से पढ़ाई की है. जेएनयू से पढ़ाई करने के बाद वह कोचिंग चलाने लगा था. उसके पास महरौली में डेढ़ से दो करोड़ के दो फ्लैट भी हैं. एक भाड़े पर चलता है.
पत्नी की बीमारी से था डिप्रेशन में
उपेंद्र के भाई सत्येंद्र शुक्ला ने बताया कि उसे करीब डेढ़ माह पूर्व एक बच्चा हुआ. इसके बाद पत्नी का पैर सूना पड़ गया. पैर काम न करने व बच्चों की परिवरिश से परेशान होकर वह डिप्रेशन में चला गया था. समझाने के लिए वह एक सप्ताह दिल्ली में थे. शुक्रवार को दो बजे दिल्ली से मोतिहारी के लिए चले थे.
सत्येंद्र ने बताया कि वह गोरखपुर पहुंचे थे तब तक दिल्ली पुलिस का फोन आया कि आपके भाई ने हत्या कर दी है. उसके बाद मैं फिर दिल्ली लौट आया हूं. उपेंद्र को रनेया कुमारी, रौनक और डेढ़ माह का बेटा था. भाई ने बताया कि कोचिंग से उपेंद्र को अच्छी आय होती थी.
नौ वर्ष पूर्व नेपाल में हुई थी शादी
सत्येंद्र ने बताया कि नौ वर्ष पूर्व उपेंद्र की नेपाल के गदरौल में शादी हुई थी, वहां भी उसे संंपत्ति मिली है. लेकिन, पत्नी की बीमारी व बच्चों की परवरिश के बीच कोचिंग संचालन से वह डिप्रेशन में था.