बारिश से मोहल्लों की हालत नारकीय
तुरकौलिया में भी बिजली आपूर्ति रही बाधित कार व बाइक पर गिरा पेड़, बाल-बाल बचे लोग मोतिहारी : झमाझम बारिश के साथ शहर के कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वही तेज हवा के कारण पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी है. करीब आधा दर्जन मुहल्लों के 30 […]
तुरकौलिया में भी बिजली आपूर्ति रही बाधित
कार व बाइक पर गिरा पेड़, बाल-बाल बचे लोग
मोतिहारी : झमाझम बारिश के साथ शहर के कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वही तेज हवा के कारण पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी है. करीब आधा दर्जन मुहल्लों के 30 हजार की आबादी बिजली के लिए पूरे दिन परेशान रही.
कारण बना शहर के रेडक्रॉस के पास विशाल पेड़ का बिजली के एलटी व एचटी लाइन पर गिर गया. पेड़ गिरने के साथ सोमवार की रात से मंगलवार की शाम तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह से चौपट रही. अधिकारी व कर्मी गिरे पेड़ को कोटने व तार तानने में देर शाम तक लगे रहे. तार टूटने से श्रीकृष्णनगर, गायत्री नगर, अगरवा, न्यू अगरवा, छठिया घाट, सदर अस्पताल क्षेत्र की आबादी प्रभावित रही.
पानी के कारण तुरकौलिया फिडर मंगलवार दो पहर तक बंद रहा,जबकि हरसिद्धि उपकेन्द्र से जुड़े दनही गायघाट सहित कई इलाकों में बिजली बाधित रही. पानी के लिए लोगों को चापाकल का सहारा लेना पड़ा. इधर, शहर के चांदमारी चौक के पास पेड़ गिरने से कार दब गयी और कई बाइक क्षतिग्रस्त हो गयी. सभी गाड़ियां पार्किंग में लगायी गयी थी.
किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. उधर बारिश के कारण गांधी नगर, रमना, राजेंद्र नगर, मठिया, खोदानगर आदि मुहल्लों के कई घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है. सदर अस्पताल से झील में गिरने वाला अंडरग्राउंड नाले की उड़ाही नहीं होने के कारण पानी सड़क पर बह रहा है. मौसम विभाग की चेतावनी सही निकली तो लगातार 14 जुलाई तक होने वाली बारिश से कई मुहल्ले जलमग्न हो जाएंगे. अभी की बारिश से अगरवा त्रिलोकीनाथ मंदिर के पूर्व सड़क पर डेढ़ से दो फुट पानी लग गया है. बिजली विभाग के सहायक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि मंगलवार की देर शाम या रात तक बिजली आपूर्ति चालू कर दी जाएगी.
पताही. बारिश के कारण शिवहर ढाका, मोतिहारी पथ में देवापुर से बेलवा तक तीन किलोमीटर तक सड़क पर कीचड़ फैल जाने से वाहनों का आवागमन बंद हो गया है. शिवहर मोतिहारी पथ में बेलवा से देवापुर तक तीन किलोमीटर कच्ची सड़क होने के कारण हल्की बारिश होने के बाद ही कीचड़मय हो जाता है. हालांकि, सरकार ने इस पथ के बेलवा से देवापुर तक के क्षेत्र में सड़क, बांध एवं पानी डिस्चार्ज को लेकर स्लुइस गेट निर्माण के लिए 120 करोड़ की योजना को मंजूरी दी. वही काम का जिम्मा एचसीएल कंपनी को दिया गया. लेकिन कंपनी ने तीन साल बाद काम छोड़ दिया.
इधर, नेपाल एवं उत्तर बिहार में हो रही बारिश के कारण नेपाल से आने वाली बागमती एवं लालबकेया नदी के जल स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.