मानसिक रोगियों को मिलेगी एंबुलेंस की सुविधा
मोतिहारी : मानसिक रोग से परेशान मरीजों को अब विभाग इधर-उधर भटकने नहीं देगा. उनका इलाज समय पर हो और किसी तरह की परेशानी न हो, उन्हें एंबुलेंस सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी. सूचना मिलने के साथ ही एंबुलेंस मरीज के घर तक जाएगी और उन्हें सदर अस्पताल लायेगी. स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया […]
मोतिहारी : मानसिक रोग से परेशान मरीजों को अब विभाग इधर-उधर भटकने नहीं देगा. उनका इलाज समय पर हो और किसी तरह की परेशानी न हो, उन्हें एंबुलेंस सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी. सूचना मिलने के साथ ही एंबुलेंस मरीज के घर तक जाएगी और उन्हें सदर अस्पताल लायेगी.
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जैसे प्रसूता महिलाओं को उनके घर से अस्पताल या पीएचसी में एंबुलेंस से लाया जाता है, उसी तरह मानसिक रोगियों की सेवा होगी.कार्यपालक निदेशक के पत्र के आलोक में यह कदम विभाग ने उठाया है. सिविल सर्जन को भेजे निर्देश पत्र में स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव के पत्र का हवाला दिया है और उसका अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है. जिले में करीब दो लाख मानसिक बीमारी के मरीज हैं.
स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि शारीरिक रूप से पीड़ित मरीजों की तरह अब मानसिक व मनोवैज्ञानिक रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जाएगा. पीड़ित गरीब मरीजों को भी आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस की सेवा मुहैया करायी जाएगी.इसके लिए विभाग व सरकार हर स्तर से तैयारी में है.
देखभाल अधिनियम-2017 का होगा अनुपालन : मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम-2017 का अनुपालन किया जाएगा. अधिनियम के तहत शारीरिक रूप से पीड़ित मरीजों के समतुल्य चिकित्सीय सेवा प्रदान करने का प्रावधान है. साथ ही गंभीर परिस्थितियों में मानसिक एंव मनोवैज्ञानिक रोगियों पर विशेष नजर रखनी है.