एंबुलेंस कर्मचारी गये अनिश्चितकालीन पर

निजी एंबुलेंस चालकों की चांदी मोतिहारी :102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में गाड़ी खड़ी कर प्रशासन व पीडीपीएल व सम्मान फाउंडेशन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग रखी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला सचिव राजेश कुमार ने कहा कि पीडीपीएल एव सम्मान फाउंडेशन द्वारा 102 एंबुलेंस कर्मियों को श्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2019 12:45 AM

निजी एंबुलेंस चालकों की चांदी

मोतिहारी :102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में गाड़ी खड़ी कर प्रशासन व पीडीपीएल व सम्मान फाउंडेशन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग रखी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला सचिव राजेश कुमार ने कहा कि पीडीपीएल एव सम्मान फाउंडेशन द्वारा 102 एंबुलेंस कर्मियों को श्रम कानून के तहत देय सुविधाओं का करार हुआ था, लेकिन हम एंबुलेंस कर्मियों को इससे वंचित रखा जा रहा है. साथ ही एंबुलेंस कर्मियों को धमकाया जा रहा है. यूनियन के महामंत्री एवं पटना के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है, जिसके खिलाफ एंबुलेंस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.
जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी. इन कर्मचारियों के मांगों में छह फरवरी को हुए समझौते को लागू करने, निलंबित कर्मियों का निलंबन वापस लेने, सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान करने तथा अतिरिक्त कार्यावधि का अतिरिक्त भुगतान करना शामिल है. प्रदर्शन का नेतृत्व कृष्णा कुमार, पप्पू कुमार, धर्मेंद्र कुमार, सुरेश कुमार, सरफराज आलम तथा मुक्तिनाथ कर रहे थे.
इधर सरकारी एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से निजी एंबुलेंस चालकों की चांदी कट रही है, जहां सरकारी एंबुलेंस पटना के लिए 1500-2000 रुपया लिया जाता है वहीं निजी एंबुलेंस चालकों द्वारा 4500-5000 रुपया लिया जाता है. मुजफ्फरपुर के लिए 900-1000 के बदले 2500-3000 हजार रुपया लिया जाता है.

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