बैंक कर्मियों ने किया प्रदर्शन
मोतिहारी : बैंकों के विलय के खिलाफ और शीघ्र वेतन समझौते की मुख्य मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने सोमवार शाम प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक आॅफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक आॅफिसर्स कांग्रेस तथा नेशनल आॅर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक आॅफिसर्स के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया. आॅफिसर्स […]
मोतिहारी : बैंकों के विलय के खिलाफ और शीघ्र वेतन समझौते की मुख्य मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने सोमवार शाम प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक आॅफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक आॅफिसर्स कांग्रेस तथा नेशनल आॅर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक आॅफिसर्स के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया.
आॅफिसर्स फोरम के संयोजक डीएन त्रिवेदी ने बताया कि बैंक अधिकारियों की प्रमुख मांगों में दस बैंकों के आपस में विलय के प्रस्ताव की वापसी, शीघ्र सम्मानजनक वेतन पुनरीक्षण करने, पांच दिनों के बैंकिंग सप्ताह, नेशनल पेंशन सिस्टम को निरस्त कर एक अप्रैल 2010 के बाद बैंक में योगदान कियो कर्मियों को भी डिफाइन पेंशन, बैंक ग्राहकों से वसूली जा रही सेवा शुल्क में कटौती, खाली पदों पर नियुक्ति, फेमिली पेंशन सिलिंग की वापसी तथा रिजर्व बैंक की तरह पेंशन आपडेशन करना शामिल है.
भारतीय स्टेट बैंक बाजार शाखा के समक्ष बैंक अधिकारी असीम कुमार दास, राजीव रंजन श्रीवास्तव, प्रेम कुमार तथा अरुण कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. वहीं सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह, अजय कुमार वर्मा, विजय कुमार सिंह, मनीष कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में व्यवसायिक बैंकों के साथ ग्रामीण बैंक के अधिकारियों ने भी भाग लिया. इधर, बैंकों के विलय के खिलाफ व वेतन समझौते की मांगों को लेकर पूरे एक सप्ताह बैंक कार्य प्रभावित रहेंगे.