मालखाना के प्रभार से मुक्त हुए रिटायर्ड दारोगा
नगर इंस्पेक्टर मालखाना का प्रभार लेने को तैयार प्रभात खबर में छपी खबर के बाद एसपी व डीजीपी ने लिया संज्ञान मोतिहारी : नगर थाने के मालखाना का फाइल लेकर प्रभार देने के लिए पिछले सात साल से चक्कर लगा रहे रिटायर्ड दारोगा केडी यादव को अब राहत मिल गयी. अब नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार […]
नगर इंस्पेक्टर मालखाना का प्रभार लेने को तैयार
प्रभात खबर में छपी खबर के बाद एसपी व डीजीपी ने लिया संज्ञान
मोतिहारी : नगर थाने के मालखाना का फाइल लेकर प्रभार देने के लिए पिछले सात साल से चक्कर लगा रहे रिटायर्ड दारोगा केडी यादव को अब राहत मिल गयी. अब नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार मालखाना का प्रभार लेंगे.
मंगलवार से मालखाना में जब्त प्रदर्स का मिलान शुरू हुआ. प्रभात खबर में 28 सितंबर के अंक में ‘रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर की हालत मजदूरों से बदतर’ शीर्षक से खबर छपने के बाद एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया.
उन्होंने नगर इंस्पेक्टर को रिटायर्ड दारोगा से मालखाना का प्रभार संबंधी पदाधिकारी को दिलावने का निर्देश दिया, लेकिन मालखाना प्रभारी शाहिद हुसैन ने मालखाना का प्रभार लेने से इंकार कर दिया. इस कारण एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया. फिर दूसरे पदाधिकारी को मालखाना का नियुक्त किया गया, उसने भी प्रभार नहीं लिया. रिटायर्ड दारोगा की मजबूरी व उसकी परेशानी को देख इंस्पेक्टर खुद मालखाना का प्रभार लेने को तैयार हो गये.
उन्होंने जब प्रदर्स मिलान कर प्रभार सौंपने को कहा तो रिटायर्ड दारोगा का चेहरा खिल उठा. उन्होंने कहा कि नगर थाना से पांच इंस्पेक्टर बदल गये, लेकिन किसी को उनके उपर तरस नहीं आयी. सभी अपना पल्ला झाड़ निकल गये. उसने बताया कि नो ड्यूज के कारण पिछले सात साल से आधा पेंशन पर गुजारा कर रहा था. नौ माह से प्रोविजनल पेंशन भी बंद थी.
पैसे के कारण बेटे का इलाज नहीं हो रहा था. कर्ज के बोझ से दबता चला जा रहा था. उन्होंने एसपी व नगर इंस्पेक्टर की भूरी-भूरी प्रशंसा की. कहा कि ऐसे अधिकारी बहुत कम मिलते हैं, जिन्हें दूसरों की तकलीफ का एहसास हो. बताते चले कि केडी यादव वर्ष 2013 में नगर थाना से रिटायर्ड हुये थे, उनके पास 1999 से लेकर 2013 तक के मालखाना का प्रभार लंबित था.