दानापुर के स्वर्ण व्यापारी को सूद का ब्याज देने के बहाने मोतिहारी बुलाया और गला घोंटकर की हत्या
मुकेश गुप्ता उर्फ डब्लू सोनार हत्याकांड से पुलिस ने उठाया पर्दा पटना/मोतिहारी : 10 जनवरी को दानापुर से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता उर्फ डब्लू सोनार की लाश मोतिहारी में मिली है. इसके साथ ही पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें मुख्य आरोपित रामाशीष यादव […]
मुकेश गुप्ता उर्फ डब्लू सोनार हत्याकांड से पुलिस ने उठाया पर्दा
पटना/मोतिहारी : 10 जनवरी को दानापुर से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता उर्फ डब्लू सोनार की लाश मोतिहारी में मिली है. इसके साथ ही पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें मुख्य आरोपित रामाशीष यादव उर्फ आशीष यादव है, जिसने दो साथियों अमन कुमार व राजेश कुमार के साथ मिल कर व्यापारी की गला घोंट कर हत्या कर दी थी.
सुनसान इलाके में फेंक दी थी लाश : हत्याकांड का खुलासा नहीं हो, इसके लिए इन्होंने मोतिहारी जिले के चिरैयां थाना क्षेत्र के बाइपास स्थित सुनसान इलाके में लाश फेंक दी थी. इस मामले में मृतक के भाई राकेश कुमार ने 10 जनवरी को दानापुर थाने में मामला दर्ज कराया था. खड़ंजा रोड में उनकी दुकान मां अलंकार ज्वेलरी है. बताया जाता है कि अपराधियों ने पहचान होने के डर से मुकेश की हत्या करने के बाद परिजनों से फिरौती में एक करोड़ रुपये की भी मांग की थी.
गिरवी चेन को लेकर शुरू हुआ विवाद: पूछताछ के दौरान रामाशीष यादव ने बताया कि सूद पर स्वर्ण व्यापारी डब्लू से कर्ज लिया था. इसके बदले गिरवी के तौर पर अपनी सोने की चेन रखी थी. एक शादी में जाने के लिए वह अपनी चेन मांगने लगा, लेकिन व्यापारी ने देने से मना कर दिया.
ऐसे में विवाद खड़ा हो गया. प्लानिंग के तहत मुख्य आरोपित ने सूद का रुपये देने के बहाने व्यापारी को सगुना मोड़ गोलंबर पर बुलाया और साथियों के बल पर अपहरण कर लिया. इसके लिए किराये पर वाहन लिया गया और पटना-मोतिहारी के बीच तीनों ने मिल कर स्वर्ण व्यापारी की गला दबा कर हत्या कर दी. हत्या नौ जनवरी के दिन ही कर दी गयी थी, जबकि एफआइआर अगले दिन 10 जनवरी को की गयी.
मोतिहारी पुलिस ने सोशल मीडिया पर अपलोड की थी तस्वीर
शव की पहचान के लिए मोतिहारी पुलिस ने मृतक की तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड की थी. गुरुवार को पटना दानापुर पुलिस ने तस्वीर देख मोतिहारी पुलिस से संपर्क किया. चिरैयां पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद तीन दिनों तक शव को निशाख्त के लिए रखा. पहचान नहीं होने पर 14 जनवरी को शव दफना दिया. चिरैया के प्रभारी थानाध्यक्ष हुलास राय ने दानापुर पुलिस ने संपर्क कर बताया है कि बरामद शव अपहृत स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता का है. दानापुर पुलिस के आने पर सिकरहना नदी के किनारे दफनाये गये शव को दंडाधिकारी की मौजूदगी में कब्र से निकाला जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
दानापुर पुलिस ने चिरैयां से बरामद शव की पहचान व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता के रूप में की है. चिरैयां पुलिस ने तीन दिनों तक शव को शिनाख्त के लिए रखा था, उसके बाद सिकरहना नदी किनारे शव को ताबूत में रख दफना दिया. दानापुर पुलिस के आने पर शव को निकाला जायेगा. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
नवीनचंद्र झा, एसपी पूर्वी चंपारण
मोबाइल नंबर ट्रेस करने पर पकड़ाये अपराधी
कर्ज का रुपये वापस नहीं करने के एवज में स्वर्ण व्यापारी की हत्या कर दी गयी. पकड़ में न आये इसके लिए आरोपित रामाशीष यादव कोलकाता के नंबर से व्यापारी को फोन कर धोखे से बुलाया और किराये की गाड़ी में गला दबा कर हत्या कर दी. संबंधित नंबर की कॉल डिटेल्स व ट्रेस कर तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.
उपेंद्र शर्मा, एसएसपी
मोबाइल पर फोटो देख परिजनों ने की पहचान
दानापुर : अगवा सुल्तानपुर के ज्वेलर्स दुकानदार मुकेश कुमार गुप्ता उर्फ डब्लू सोनार की हत्या की सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया. गुरुवार को दानापुर पुलिस के बुलाने पर राकेश परिजनों के साथ थाना पहुंचे.
पहचान के लिए पुलिस ने मृतक के भाई राकेश को मोबाइल पर फोटो दिखायी. फोटो देखते ही राकेश रोने लगा. राकेश बस एक ही बात कह रहा था कि यह कैसे हो गया. पत्नी पिंकी देवी पति की मौत की खबर सुन सन्न रह गयी. मृतक की बहन मधु गुप्ता बार-बार कहती रही कि कौन दुश्मनवा हमर भाई के मार देलक रे बाप अब क्या होगा. भाई का अंतिम बार भी दर्शन न हो पाया. हमरा सामने दुश्मनवा के लाओ ओकरो हम मार दी. दोनों पुत्र आदर्श व अमरनाथ सोनी स्तब्ध दिखे. चाचा अमरेंद्र ने बताया कि अगर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती, तो आज भतीजा जिंदा होता. घटना के विरोध में सारे ज्वेलर्स की दुकानें बंद रहीं.