सात करोड़ गबन मामले में सात प्रखंड कर्मियों पर केस
मेहसी : सरकारी राशि अग्रिम लेकर समायोजन एवं वापस नहीं करने वाले सात प्रखंड कर्मियों के खिलाफ प्रखंड विकास पदाधिकारी गौरी कुमारी ने मेहसी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सात प्रखंड कर्मियो में दो जन सेवक व पांच पंचायत सचिव शामिल है. इसमें से एक सुदर्शन सिंह सेवानिवृत्त हो चुके हैं. वही कई कर्मियों […]
मेहसी : सरकारी राशि अग्रिम लेकर समायोजन एवं वापस नहीं करने वाले सात प्रखंड कर्मियों के खिलाफ प्रखंड विकास पदाधिकारी गौरी कुमारी ने मेहसी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सात प्रखंड कर्मियो में दो जन सेवक व पांच पंचायत सचिव शामिल है. इसमें से एक सुदर्शन सिंह सेवानिवृत्त हो चुके हैं. वही कई कर्मियों का स्थानांतरण दूसरे प्रखंड में हो गया है.
सबसे अधिक राशि उठाव करने वाले पंचायत सचिव केदार राम, जिन पर अग्रिम 02 करोड़ 8 लाख 33 हजार छह सौ है. दूसरे स्थान पर अग्रिम लेने वाले पंचायत सचिव सुदर्शन सिंह है, इन पर 1 करोड़ 56 लाख 63 हजार रुपया है. तीसरे स्थान पर जनसेवक सुनील कुमार सिंह है. सुनील पर अग्रिम 1 करोड़ 53 लाख 25 हजार दो सौ रुपये है.
चौथे आरोपित पंचायत सचिव अजीत कुमार सिंह पर 1 करोड़ 41 लाख 40 हजार छह सौ तीन रुपये है. पांचवें आरोपित शैलेंद्र कुमार सिंह जनसेवक पर 24 लाख पांच हजार दो सौ रुपये अग्रिम है. छठे आरोपित बाल किसुन राम पंचायत सचिव पर 14 लाख 57 हजार चार सौ रुपया अग्रिम है. सातवें आरोपित पंचायत सचिव बंशीधर प्रसाद पर 5 लाख 10 हजार पांच सौ रुपया अग्रिम है.
आवेदन के अनुसार उक्त कर्मियों को विभिन्न योजना मद में अग्रिम स्वरूप राशि उपलब्ध करायी गयी. लेकिन वे लोग न वांछित अभिश्रव उपलब्ध कराया न राशि वापस किये. इस से स्प्ष्ट रूप से राशि गबन करने का मामला है. इस संबंध में कई बार नोटिस दिया गया. थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि मामले की जांच पुअनि मो. अनस को दी गयी है. प्राथमिकी दर्ज होने से प्रखंड के वैसे कर्मियों व जनप्रतिनिधियों में भी हड़कंप है, जो अग्रिम लेकर अभिश्रव या राशि नहीं वापस किये हैं.