बेटे-बेटियों में अंतर करना शर्म की बात
मोतिहारी में अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा पताही/पकड़ीदयाल (पूंचं) : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि महात्मा गांधी की कुरबानी से राजनीतिक आजादी तो मिली, लेकिन अब भी सामाजिक व आर्थिक आजादी मिलनी बाकी है. जब तक सामाजिक व आर्थिक आजादी नहीं मिल जाती, तब तक हम विकास के पथ पर आगे नहीं […]
मोतिहारी में अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा
पताही/पकड़ीदयाल (पूंचं) : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि महात्मा गांधी की कुरबानी से राजनीतिक आजादी तो मिली, लेकिन अब भी सामाजिक व आर्थिक आजादी मिलनी बाकी है. जब तक सामाजिक व आर्थिक आजादी नहीं मिल जाती, तब तक हम विकास के पथ पर आगे नहीं होंगे.
वे गुरुवार को ढाका के रूपौलिया गांव में नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा, हमें ऊं च-नीच, हिंदू-मुसलिम, अमीर-गरीब के झगड़ों से बाहर आना होगा. हम सभी हिंदुस्तानी हैं. आपसी भेदभाव मिटा कर ही हम सूबे में रामराज स्थापित कर सकते हैं.
कहा, गरीब शिक्षित होंगे, तभी आर्थिक आजादी मिलेगी. बेटे-बेटियों में अंतर करना शर्म की बात है. यह विकास में सबसे बड़ा बाधक है. बिना शिक्षा के आदमी राक्षस के समान होता है. उन्होंने गरीबों को नशा त्याग कर उन पैसों से बच्चों के लिए दवा व किताबें खरीदने की बात कही.