रक्सौल : पूरे नेपाल में चीन का प्रभाव धीरे-धीरे बढ़ रहा है. शिक्षा व संस्कृति साझा करने के बाद चीन नेपाली मीडिया में अपनी जड़ जमाना चाह रहा है. यही कारण है कि पिछले छह माह में नेपाल में चाइना-नेपाल मीडिया फोरम बना कर कई जगहों पर कार्यक्रम किया गया.
चीन का प्रयास है कि चाइना-नेपाल मीडिया फोरम का गठन सभी जिलों में किया जाये. दूसरी ओर भारत से करीबी रखने वाला नेपाल मधेश इलाका कभी चीन को स्वीकार नहीं करता है. यही कारण है कि मधेश इलाकों में प्रमुख जिला पर्सा मुख्यालय वीरगंज के पत्रकारों ने नेपाल-भारत मीडिया फोरम का गठन किया है. फोरम की पहली बैठक रविवार को वीरगंज में हुई. इसमें भारत के सीमाई शहर रक्सौल के पत्रकारों को आमंत्रित किया गया.
बैठक में नेपाल-भारत मीडिया फोरम के अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों का चुनाव किया गया. नवनिर्वाचित अध्यक्ष राम राय माइनी ने कहा कि चीन की मंशा मधेश में नहीं चलेगी. मधेश में चाइना-नेपाल का गठन नहीं होगा. मधेश के सभी 29 जिलों में नेपाल-भारत मीडिया फोरम या भारत-नेपाल मीडिया फोरम ही काम करेगा. कम से कम मधेश इलाके के 29 जिलों में चाइनीज फोरम को रोकने के लिए काम शुरू हो गया है.
* मधेश इलाके में चीन का प्रभाव रोकने के लिए बना फोरम
* मधेश इलाके के सभी 29 जिलों में करेगा काम