जेइ-एइ करेंगे तटबंध की निगरानी

मोतिहारीः जेई-एई तटबंधों के स्थिति की लगातर मानेटरिग करे. जहां भी तटबंध कमजोर मिली वहां अविलंब मरम्मत कराया जाये. इस कार्य में लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी. तटबंधों की देखरेख को प्रतिनियफकत पदाधिकारी तटबंध के आस-पास ही रहेंगे. उक्त बातें डीएम विनय कुमार ने कही. वे जिला आपदा की बैठक को संबोधित कर करे थे. डॉ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:55 PM

मोतिहारीः जेई-एई तटबंधों के स्थिति की लगातर मानेटरिग करे. जहां भी तटबंध कमजोर मिली वहां अविलंब मरम्मत कराया जाये. इस कार्य में लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी. तटबंधों की देखरेख को प्रतिनियफकत पदाधिकारी तटबंध के आस-पास ही रहेंगे. उक्त बातें डीएम विनय कुमार ने कही.

वे जिला आपदा की बैठक को संबोधित कर करे थे. डॉ राधा कृष्णन भवन में आयोजित बैठक में सभी एसडीओ, डीसीएलआर, सीओ सभी कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित थे. बैठक में डीएम श्री कुमार ने दवा के भंडारन की जानकारी ली. सीएस श्री सिरोज सिंह ने बताया कि प्रत्येक स्वास्थ्य एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं का भंडारन किया जा रहा है. हैलोजन एवं क्लोरिन की दवा एक दो दिनों में जिले को पर्याप्त मात्र में मिलेगी. जिसे प्रत्येक अस्पताल में भेज दिया जायेगा. वहीं, सांपकटी की दवा सभी केंद्रों पर उपलब्ध है.

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशुओं के दवा के लिए टेंडर किया गया है. दो-चार दिनों में दवा की आपूर्ति होगी. बैठक में प्रत्येक सीओ ने बाढ़ के दौरान अस्थायी राहत कैंप के लिए चिन्हित स्थलो की सूची दिया. उक्त स्थलो पर पेयजल की व्यवस्था एवं शौचालय के लिए पेड़ विभाग को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. डीएम श्री कुमार ने कहा कि चिन्हित स्थलो में जहां चापाकल है वहां उसकी मरम्मत करा ले तथा जहां नहीं है वहां लगाने के लिए स्टीमेट तैयार करे ताकि राशि की व्यवस्था के लिए सरकार को लिखा जाए.

सीओ को बाढ में आवागमन के लिए नावो की मरम्मत रंगाई,पुताई कर उसपर रजिस्ट्रेशन नंबर एवं रूट अंकित किया जाए. वहीं निजी नाविको से एग्रीमेंट करने को कहा. डीएम ने पदाधिकाकरी को बाढ आने पर उनके द्वारा किये जाने वाले कार्य की जानकारी भी दिया. सेविका/सहायिका को घातृ महिला या गर्भवति महिला को प्रमुखता से रेस्क्यू करने को कहा गया. इसके लिए उन्हें पूर्व से ही इसकी सूची बनानी है. अपर समाहर्ता भरत कुमार दूबे, डीडीसी नागेंद्र कुमार सिंह, आपदा प्रबंधक अधिकारी अमरेंद्र मौजूद थे.

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